नई दिल्ली। सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग पार्टी की ओर से अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में चयनित शाहिद खकान अब्बासी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है। पाकिस्तान की नेशनल अकाउंटीबिलीटी ब्यूरो (एनएबी) अब्बासी की गैस (एलएनजी) आयात में हुई 220 अरब रुपये के घोटाले की जांच कर रही है।वहीं अब्बासी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुये कहा, ”मैं ऐसे किसी आरोप से नहीं डरता, मुझ पर आरोप लगाने वालों को खुद के अंदर झांकना चाहिये और अपने कर्मों पर शर्म करना चाहिये।”
2015 में एनएबी के द्वारा दर्ज मामले में पूर्व पेट्रोलियम और प्रकृतिक गैस मंत्री अब्बासी को मुख्य आरोपी बनाया गया है। एनएबी दस्तावेजों के अनुसार, 2013 में एलएनजी आयात और वितरण में सार्वजनिक प्रोक्योर्मेंट रेगुलेटर अथॉरिटी (पीपीआरए) (विनियामक प्राधिकरण) के नियमों और कानूनों के उल्लंघन किया गया। इस मामले में ब्यूरो ने 29 जुलाई 2015 को मामला दर्ज किया है लेकिन इसकी जांच अभी शुरुआती दौर में है।
आपको बात दें कि पनामा गेट मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद शरीफ ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इस्तीफे के बाद शरीफ की अध्यक्षता में हुई पार्टी की बैठक में अब्बासी को अंतरिम प्रधानमंत्री के तौर पर चुना गया। अब्बासी 45 दिनों तक पाकिस्तान के अंतरिम प्रधानमंत्री का पदभार संभालेंगे।
इस दौरान शरीफ के भाई और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ नेशनल असेंबली (संसद) का चुनाव लड़ेगे और जीतने के बाद वह अब्बासी की जगह प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालेंगे।