नई दिल्ली। हम आप उस उम्र से भी गुजरे हैं, जब चोरी से इंटरनेट पर गंदे वीडियोज ढूंढा करते थे। या अभी भी ढूंढते हैं। ऐसी धारणा है कि केवल लड़के ही पोर्न देखते हैं लड़कियां इन चीजों से दूर ही रहती हैं लेकिन ऐसा नहीं है। लड़कियां भी लड़कों की ही तरह धड़ल्ले से इंटनेट पर पोर्न कंटेंट सर्च करती हैं।
आज के दौर में इसकी एक खास वजह है स्मार्टफ़ोन। लगभग सभी लड़कियों के पास आज स्मार्टफ़ोन होते हैं, जिसमे पोर्न फिल्म्स देखना आसान होता हैं। एक स्टडी में ये बात सामने आई हैं कि पोर्न साईट का इस्तेमाल करने वाले 60% यूजर मोबाइल से आते हैं, लगभग 7% टैबलेट, और बाकि बचे कंप्यूटर से पोर्न देखते हैं।
स्टडी में 20 प्रतिशत लड़कियों ने माना है कि वो ऑनलाइन पोर्न फिल्मों को देखने की आदी बन चुकी हैं। इस रिसर्च के अनुसार इस लत की शिकार लड़कियों ‘हाइपरसेक्सुअल’ हो जाती हैं, यह एक प्रकार की सेक्स संबंधित बीमारी है, जिसकी शिकार लड़कियां ज्यादातर वक्त पोर्न से जुड़ी गतिविधियों में लगाती हैं। ऐसी लड़कियां या तो सेक्स फैंटेसीज के बारे में सोचती हैं या फिर सेक्स के बारे में बाते करती रहती हैं।
इस रिसर्च में यह भी पाया कि ऐसी लड़कियां ज्यादातर मास्टरबेशन या संकीर्णता में ग्रस्त रहती हैं। पोर्नोग्रॉफी की फिल्में इंटरनेट का ट्रैफिक बढ़ाती हैं जोकि सामान्य साइटों की तुलना में कहीं अधिक होती हैं।