बांदा | उत्तर प्रदेश में बांदा जिला प्रशासन के दावे के विपरीत बांदा-चित्रकूट से भाजपा सांसद भैरों प्रसाद मिश्र ने गुरुवार को पहली बार बालू का अवैध खनन किए जाने की बात स्वीकार की। उन्होंने कहा कि अभी भी यहां माफिया 25 फीसदी बालू का खनन अवैध तरीके से कर रहे हैं।
सांसद भैरों प्रसाद मिश्र गुरुवार को जिलाधिकारी कार्यालय के सभागार में लाभार्थियों को आवास आवंटन प्रमाण पत्र वितरित कर रहे थे।
इस दौरान संवाददाताओं के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, “पूर्ववर्ती सरकारों में बालू खनन एक उद्योग बन गया था, योगी सरकार ने काफी कुछ विराम लगा दिया है। फिर भी अभी 25 फीसदी यहां अवैध तरीके से बालू खनन किया जा रहा है।”
सांसद ने कहा, “जिला प्रशासन को इसे रोकने की कड़ी हिदायत दी गई है। उत्तर प्रदेश में अवैध खनन को लेकर कोई नया मामला नहीं है। इससे पूर्व भी कई जगह ऐसा होता रहा है। कुछ इलाकों में पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से बालू का अवैध खनन होता रहता है। हालत यह है कि रोजाना रात 12 बजे से भोर में चार बजे तक दर्जनों ट्रैक्टर के सहारे अवैध बालू का खनन होता रहता है रात्रिकालीन गश्त पर निकले पुलिसकर्मी इससे बेफिक्र। अवैध खनन की शिकायत पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से भी की जाती है लेकिन इस ओर ध्यान देने की किसी को फुरसत तक नहीं है। यह हाल तब है जब प्रदेश सरकार ने अवैध खनन करने वालों के साथ बेहद सख्ती से पेश आने का निर्देश डीएम और एसएसपी को दे रखा है।
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उल्लेखनीय है कि एनजीटी, उच्च न्यायालय और राज्य सरकार के आदेश के दरकिनार यहां के बालू माफिया रात में पोकलैंड और जेसीबी मशीनों से नदियों से अवैध तरीके से बालू खनन कर रहे हैं और जिलाधिकारी सिर्फ ‘कार्रवाई की जाएगी’ का जवाब देते आए हैं। कई बार प्रशासन अवैध खनन को सिरे से खारिज भी कर चुका है।