नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका में भारत के महावाणिज्य दूत शशांक विक्रम के डरबन स्थित सरकारी आवास पर लूटपाट का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि कुछ हथियारबंद बदमाशों ने बंदूक की नोक पर उनके बच्चों और घरेलू स्टॉफ काफी देर तक बंधक बनाकर घर में लूटपाट की। जैसे ही इस बात की जानकारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को हुई उन्होंने तुरंत शशांक विक्रम से फोन पर बात की और उनके परिजनों का हालचाल पूछा।
सुषमा ने इस घटना पर रोष जताते हुए दक्षिण अफ्रीका को विएना सम्मेलन के तहत राजनयिक स्टाफ और उसकी संपत्ति की रक्षा करने की जिम्मेदारी याद दिलाई है। वहीँ, सुषमा ने इस मामले पर संबंधित अधिकारियों से बात की और विक्रम को मदद का भरोसा दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, बदमाशों ने रविवार रात विक्रम के घर में घुसकर उनके 5 साल के बेटे, डोमेस्टिक स्टाफ और एक टीचर को बंदूक की नोंक पर बंधक बना लिया। पुलिस ने बताया कि भारतीय डिप्लोमेट के घर में घुसने के लिए बदमाशों ने कुछ औजारों की मदद से मेन गेट तोड़ा। इसके बाद उन्होंने घर में जमकर लूटपाट की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि हमने संबंधित अधिकारियों से बात की है और मामले की जांच हो रही है। हमें उम्मीद है कि इस वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि विदेश में तैनात भारतीय राजदूतों और कर्मचारियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, साथ ही उनके परिवार की सुरक्षा के प्रति भारत सरकार प्रतिबद्ध है।