लखनऊ। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एनआईए ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लश्कर के फरार आतंकी को गिरफ्तार किया है। सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि वह थलसेना की शिविरों एवं बिजली परियोजनाओं जैसे अहम प्रतिष्ठानों की रेकी कर रहा था। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी की पहचान अब्दुल नईम शेख के तौर पर हुई है। साल 2014 से ही आतंकवाद के एक मामले में शेख की तलाश थी और वह उस वक्त से फरार था।
एनआईए सूत्रों का कहना है कि उसे लखनऊ में चारबाग रेलवे स्टेशन के करीब एक होटल से गिरफ्तार किया गया। उसे बड़े ही गोपनीय ढंग से एटीएस, एनआईए और सैन्य खुफिया एजेंसियों ने पूछताछ की। उसने कबूला है कि वह फरार होने के बाद कश्मीर गया और वहां लश्कर आतंकियों से मिलकर उसने सैन्य प्रतिष्ठानों की जासूसी की। वह कुछ दिनों तक हिमाचल में भी रहा, जहां उसने कसोल में रैकी की। इस दौरान उसकी योजना इज़राइली नागरिकों को निशाना बनाने की थी।
वह कुछ दिन तक वाराणसी में रहा। वहां उसने अपना नेटवर्क बनाया और किराये का कमरा लेकर रहने लगा। वह इस दौरान लगातार पाकिस्तान में बैठे आईएसआई और लश्कर के आकाओं से संपर्क में रहा। खुफिया एजेंसियों के लिए उसकी गिरफ्तारी एक बड़ी चुनौती बनी हुई थी। उसके वर्ष 2016 में उसके साथी आतंकियों को महाराष्ट्र की मकोका अदालत ने सजा सुनाई, जिसमें सात आतंकियों को उम्रकैद की सजा हुई।
एनआईए सूत्रों ने बताया कि उस पर आंध्र प्रदेश में मक्का मसजिद में आतंकी हमले, मुंबई में ट्रेन ब्लास्ट के भी आरोप रहे हैं। उसने वाराणसी व लखनऊ में अपने साथियों का बड़ा नेटवर्क बना लिया था। साथ ही उसने दिल्ली में भी कुछ महत्वपूर्ण सैन्य स्थलों की जासूसी की है। इस संबंध में यूपी एटीएस को भी सूचना दी गई है।
साल 2014 से ही आतंकवाद के एक मामले में शेख की तलाश थी और वह उस वक्त से फरार था। अधिकारियों ने बताया कि आगे की जांच के लिए मामले को एनआईए के हवाले कर दिया गया है। आरोप है कि शेख ने कश्मीर जाकर वहां कुछ अहम प्रतिष्ठानों की रेकी की। अधिकारियों ने दावा किया कि शेख ने हिमाचल प्रदेश, खासकर कसोल, का भी दौरा किया।