मुंबई, 3 दिसम्बर (आईएएनएस)| हिंदी फिल्म ‘गौरू : साहस की यात्रा’ ने 13वें चाइना इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दो पुरस्कार जीते हैं।
चिल्ड्रेन्स फिल्म सोसायटी, इंडिया (सीएफएसआई) ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि बाल अभिनेता रित्विक साहोर ने अभिनय में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए पुरस्कार जीता है, जबकि गायिका-अभिनेत्री इला अरुण को फिल्म में उनकी भूमिका के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रौढ़ कलाकार का खिताब मिला है।
इस फिल्म का निर्माण सीएफएसआई ने किया है।
सीएफएसआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रवण कुमार ने कहा, हम (सीएफएसआई) पुरस्कार प्राप्त कर बहुत खुश हैं। यह भारत के लिए गर्व का क्षण है। सीएफएसआई बच्चों के लिए मनोरंजक, संदेश केंद्रित फिल्म बनाने के लिए वचनबद्ध हैं, हम इसके लिए अपना बेहतरीन प्रयास जारी रखेंगे।
फिल्म ‘गौरू’ 13 साल के एक बच्चे की कहानी है, जिसका नाम गौरू है। इस फिल्म को राजस्थान में शूट किया गया। फिल्म का निर्देशन रामकृष्णन नंदराम चोयाल ने किया है। गौरू अपनी बीमार दादी को उनके गांव ले जाता है, हालांकि उसने कभी गांव को देखा नहीं है। फिर भी राजस्थान के रेतीले इलाके में यात्रा पूरी करता है।