इस्लामाबाद। पाकिस्तान सुरक्षा बलों ने कराची में अल-कायदा के उप-महाद्वीप के एक गठजोड़, ‘लश्कर-ए- झांगवी’ और तहरीक -ए-तालिबान पाकिस्तान का भांडाफोड़ किया है। सेना ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। सेना प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल असीम बाजवा ने कराची में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह तीनों संगठन सुरक्षा बलों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर, विशेष रूप पूर्वी पंजाब प्रांत में किए बड़े हमलों में शामिल हैं। बाजवा ने हा, “अल-कायदा के उप महाद्वीप गठजोड़ ने लश्कर-ए- झांगवी, टीटीपी के साथ मिलकर हमले की योजना बना रहे थे।”
सेना के प्रवक्ता ने कहा कि कुल 94 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें तीन आतंकवादी ‘हाई वेल्यू टारगेट’ और 26 वांछित आतंकवादी पकड़े गए हैं। इनमें दर्जन भर विस्फोटक विशेषज्ञ शामिल हैं। प्रवक्ता का कहना है कि राज्य और प्रांतीय सुरक्षा अधिकारी इनकी तलाश कर रहे थे। जनरल बाजवा ने कहा, “सभी संगठन कराची में योजना बना रहे थे। कुछ आतंकवादियों को मार दिया गया है और कुछ भाग गए।” बाजवा ने यह भी बताया कि कुछ वांछित आतंकवादी अफगानिस्तान भाग गए। कराची में चलाए गए अभियानों के दौरान कुछ नए हथियारों को भी जब्त किया गया है।
बाजवा ने कहा कि आतंकवादी आमतौर पर बसों में यात्रा करते हैं और गिरफ्तारी से बचने के लिए स्थानीय निवासियों के घरों में रहते हैं। उन्होंने इन आतंकवादियों को शरण देने वाले लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाही की चेतावनी भी दी थी। जनरल बाजवा ने कहा कि कराची में 2014 में आतंकवादियों और आपराधिक संगठनों के खिलाफ चलाए गए अभियानों के बाद सुरक्षा स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, “हमलों में 70 प्रतिशत तक की गिरावट आई है, जबकि जबरन वसूली के मामलों में 85 प्रतिशत और फिरौती के लिए अपहरण के मामलों में 90 प्रतिशत की कमी आई है।” बाजवा ने कहा कि कराची में जब तक पूर्ण रूप से शांति की स्थापना नहीं हो जाती, तब तक यह अभियान जारी रहेगा।