Spiritual

स्त्री के शरीर का ये अंग होता है सबसे पवित्र, सुनकर आप भी रह जाएंगे दंग

नई दिल्ली। भारत में स्त्री को देवी का दर्जा दिया जाता है। शायद इसलिए यह कहा जाता है कि जिन घरों में स्त्रियों का सम्मान किया जाता है उन घरों पर देवी-देवताओं की असीम कृपा बरसती है। प्रकृति ने स्त्री के भीतर कोमलता, सौम्यता और ममत्व के भाव कूट-कूटकर भरे हैं और अधिकतर महिलाओं में ये भावना होती भी है। राजनीति, उद्योग, समाजसेवा, खेल या फिर फिल्मों की ही बात क्यों न हो, भारतीय महिलाओं ने हर जगह अपनी मेहनत के बल पर पुरुष प्रधान समाज में अपनी सशक्त दावेदारी प्रस्तुत की है।

 

 

कहते हैं कि एक स्त्री ही मकान को घर बनाती है और एक कामयाब पुरुष के पीछे भी किसी स्त्री का ही हाथ होता है इसलिए घर की स्त्री को सदियों से माता लक्ष्मी का स्वरुप माना जाता है। हालांकि आपको बता दें कि भारत में आज भी ऐसे पिछड़े हुए गांव हैं जहां आज भी लड़कियों के पैदा होने पर मातम मनाया जाता है। लेकिन शायद वह लोग यह नहीं जानते हैं कि आज के युग में महिलाएं पुरुषों से किसी भी मामले में पीछे नहीं हैं।

महिलाएं आज के युग में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। उन लोगों को यह बात बिल्कुल भी नहीं पता है कि बेटा एक बार को आपको ठुकरा सकता है लेकिन बेटियां ही होती हैं जो आपको अपने साथ हमेशा रखती हैं। यह बात बिल्कुल सच है कि बेटियां शादी के बाद भी बेटियां ही रहती हैं पर एक बेटा शादी के बाद पति बन जाता है। लड़की के जन्म होने पर लोग कहते हैं कि बधाई हो आपके घर में लक्ष्मी आई है। पर क्या वह लोग सच में इस बात को मानते हैं?

नवरात्री में भी लड़कियों की पूजा लोग मां दुर्गा का स्वरुप मानकर करते हैं। शादी करने के बाद लड़की जब ससुराल जाती है तब भी लोग यहीं कहते हैं कि घर में लक्ष्मी आई है। इसलिए शादी के बाद ससुराल में बहू का आगमन हर्षोउल्लास और रीति रिवाज के साथ किया जाता है। इसके अलावा लोगों का यह भी मानना होता है कि एक स्त्री प्यार, त्याग और ममता की मूरत होती है।

यह भी माना जाता है कि स्त्री के जीवन में आने से पुरुषों का जीवन बिलकुल बदल जाता है। महिलाएं ही परिवार को एक नाज़ुक डोर से बांधे रखती हैं। शायद यही कारण है कि स्त्री को घर की इज्ज़त कहा जाता है। इन्हीं बातों को ध्यान रखते हुए आजकल एक विडियो बहुत तेज़ी से वायरल हो रहा है। इस विडियो में बताया गया है कि स्त्रियों में उनके गुणों के साथ-साथ उनके शरीर के अंगों का भी बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है। स्त्री के बहुत सारे अंग ऐसे होते हैं जो पवित्रता के प्रतीक माने जाते हैं। इसलिए महिलाओं को हमेशा सम्मान देना चाहिए और यह उनका हक़ भी है।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH