नई दिल्ली। बहुचर्चित चारा घोटाले के एक मामले में सजा पाने के बाद बिहार के पूर्व सीएम और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पटना स्थित आवास पर मकर संक्रांति के मौके पर इस वर्ष कोई आयोजन नहीं होगा। ज्ञात हो कि इस अवसर पर प्रत्येक वर्ष राजद अध्यक्ष की ओर से 14 और 15 जनवरी को दो दिन धूम-धाम से उनके 10 सकुर्लर रोड स्थित सरकारी आवास पर चूड़ा-दही-तिलकुट का भोज दिया जाता रहा है। पहले दिन सभी लोगों को बुलाया जाता रहा है जबकि दूसरे दिन सिर्फ अल्पसंख्यक समाज के लोगों के लिए ही चूड़ा-दही भोज होता था।
पर इस पर बार कर संक्रांति नहीं मनाया जायेगा। मकर संक्रांति नहीं मनाये जाने के दो प्रमुख कारण बताये जा रहे है जिनमें एक राजद अध्यक्ष को जेल की सजा सुनाया जाना और दूसरा उनकी बड़ी बहन गंगोत्री देवी का निधन है। इन्हीं सब को देखते हुए राजद कार्यकतार्ओं ने भी मकर संक्रांति नहीं मनाने का फैसला लिया है।
बता दें कि इस भोज पर सभी की नजर होती है क्योंकि राजनितिज्ञों का ऐसा मानना है कि इस भोज से बिहार की राजनीति की दिशा और दशा दोनों काफी हद तक तय होती है। लालू की तरह ही जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह भी हर साल अपने आवास पर चूड़ा-दही का भोज देते हैं।