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जब चप्पलों से हुई थी सिद्धार्थ मल्होत्रा की पिटाई..

मुंबई। फिल्म ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ से सीधे लोगों के दिलों में उतरने वाले अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा मंगलवार को अपना 33वां जन्मदिन मना रहे हैं। पर्दे पर रोमांटिक किरदार निभाने वाले सिद्धार्थ लड़कियों के मामले में बहुत शर्मीले स्वभाव के हैं। ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ ने उन्हें पहचान तो दिलाई लेकिन इस ब्रेक के लिए उन्हें खासी मशक्कत करनी पड़ी। उन्होंने 18 साल की उम्र से ही मॉडलिंग करनी शुरू कर दी थी लेकिन वह इतने से खुश नहीं थे।

वह अभिनय करना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने काफी भाग-दौड़ भी की। इस बीच करण ने उन्हें अपनी फिल्म ‘माय नेम इज खान’ में सह निर्देशक के तौर पर काम करने का मौका दिया। करण की ही पारखी नजरें थी कि वह सिद्धार्थ की प्रतिभा और एक्टिंग के उनके जुनून को भांप गए और उन्हें ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ में आलिया भट्ट और वरुण धवन के साथ ब्रेक दिया। सिद्धार्थ का जन्म 16 जनवरी 1985 में दिल्ली के एक पंजाबी मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था। इनके पिता सुनील मल्होत्रा नेवी में कर्मचारी हैं। सिद्धार्थ ने लिखाई-पढ़ाई दिल्ली में ही की और कॉलेज के दौरान ही मॉडलिंग में हाथ आजमाया।

सिद्धार्थ के करियर की अब तक की फिल्मों में रोमांटिक कॉमेडी ‘हंसी तो फंसी’, ‘एक विलेन’, ‘कपूर एंड संस’, ‘ब्रदर्स’, ‘ए जेंटलमेन’, ‘इत्तेफाक’ हैं। इन फिल्मों में सिद्धार्थ ने अलग-अलग तरह की भूमिकाएं की हैं। वह फिल्मों में अलग-अलग तरह के किरदार निभा चुके हैं। ‘एक विलेन’ में सिद्धार्थ का काबिलेतारीफ अभिनय देखने के बाद सलमान खान ने उन्हें एक डिजाइनर घड़ी तोहफे में दी थी।

फिल्मों के अलावा सिद्धार्थ कई ब्रांडों का एंडोर्स करते हैं, जिनमें ‘कोका कोला’, ‘कॉरनेटो’, ‘अमेरिकन स्वान’ और ओप्पो शामिल है। सिद्धार्थ मल्होत्रा ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर’ के लिए सर्वश्रेष्ठ डेब्यू एक्टर के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड जीत चुके हैं। इसके साथ ही उन्हें साल के सर्वश्रेष्ठ डेब्यू एक्टर के लिए साउथ अफ्रीका इंडिया फिल्म एंड टेलीविजन अवॉर्ड भी मिल चुका है।

फिल्मी दुनिया से इतर सिद्धार्थ की छवि जमीन से जुड़े इंसान की है। वह विभिन्न सामाजिक कार्यो से जुड़े हुए हैं। उत्तराखंड में बाढ़ के समय सिद्धार्थ ने वरुण धवन, श्रद्धा कपूर, आदित्य राय कपूर और हुमा कुरैशी के साथ मिलकर एक समारोह के जरिए पूंजी जुटाई थी। सिद्धार्थ रग्बी के शानदार खिलाड़ी है। इसके साथ ही उनका प्रकृति के प्रति लगाव काबिलेतारीफ है।

सिद्धार्थ ने बचपन का वाकया शेयर करते हुए बताया कि मैं स्कूली दिनों में पढ़ने में बहुत कमजोर था और चूंकि मध्यम वर्गीय परिवार से रहा हूं, तो हमारे घर में पढ़ाई को बहुत अहमियत दी जाती है। नौवीं कक्षा में जब मैं फेल हो गया था, तो मेरी मां ने मुझे चप्पल से पीटा था। मेरे पिता को लगता था कि मैं करियर की दौड़ में कहीं पीछे न रह जाऊं। जब मुझे फिल्मों में थोड़ी बहुत कामयाबी मिली तो उन्होंने सुकून की सांस ली। मगर हाल ही में उन्होंने मुझे फोन करके कहा, ‘बेटा मुझे तुम पर गर्व है, तो मैं भावुक हो गया।’ सिद्धार्थ ने बताया, ‘असल में मेरे पिता मेरी आगामी फिल्म ‘अय्यारी’ से बहुत खुश हैं। इस फिल्म में मैंने पहली बार वर्दी पहनी है।’

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH