कई बार आपने यह भी देखा होगा जब गर्भावस्था की डिलिवरी डेट के बाद भी महिलाओं को प्रसव नहीं हो पाता। इसे पोस्ट-टर्म डिलीवरी कहते हैं। इसके बाद फिर सामान्य डिलिवरी नहीं हो पाती और डॉक्टर सिजेरियन डिलीवरी करके बच्चों का जन्म करवाते हैं।
लेट डिलिवरी होने का डॉक्टर पहले पता नहीं कर पाते जिसके कारण ये कई बार मां-बच्चे दोनों के लिए खतरा हो जाता है। वैसे बता दें कि प्रेग्नेंसी में 42 हफ़्तों के बाद प्रसव ना होने पर इसे लेट डिलिवरी माना जाता है। डॉक्टर इसका एक मत से कोई कारण तो नहीं बता पाए हैं। लेकिन इन कारणों को प्रेग्नेंसी की देरी होने की वजह माना जाता है।
अगर परिवार में किसी की पोस्ट-टर्म डिलीवरी हुई होती है तो डॉक्टर पहले ही कई तरह के उपाय बताने लगते हैं जिससे की डिलिवरी टाइम पर हो। जैसे चटपटा खाना।
अच्छी हेल्दी रुटीन रखना। सुबह घूमना आदि। लेकिन इन सबके अलावा भी डॉक्टर कुछ विशेष तरह के सेक्स पोजिशंस में सेक्स करने की सलाह देते हैं जो टाइम पर डिलिवरी कराने में कारगर होते हैं। ये हैं कुछ विशेष सेक्स पोजिशन।
1. इस सेक्स पोजिशन में पुरुष और महिला एक दूसरे के सामने लेटें हों। उसके बाद पुरुष के शरीर पर महिला अपना बायां पैर रख दे। इस पोजिशन में सेक्स करने से भ्रूण को किसी तरह का नुकसान नहीं होता और टाइम पर डिलिवरी में भी सहायक होता है।
2. एक आरामदायक सोफे में महिला बैठी हो और पुरुष उसके ठीक सामने सोफे पर बैठे और उसके साथ इंटरकोर्स करे। इससे महिला को प्रसव करने में आसानी होती है।
3. महिला पीठ के बल बिस्तर पर लेट जाए। फिर अपने घुटनों को मोड़ ले और पैरों के बीच में कुछ जगह छोड़ दे।बिल्कुल वैसे ही लेटे जैसे डिलिवरी के दौरान महिला पैरों को खोलकर बिस्तर में लेटती हैं। अब इंटरकोर्स करे। इससे आप सेक्स का मजा भी ले पाएंगे और गर्भस्थ शिशु को कोई नुकसान भी नहीं होगा। साथ ही डिलिवरी भी सही समय पर हो जाएगी।