नई दिल्ली। दुनिया में भारतीयों को डंका बज रहा है। बता दें कि एक बार फिर भारतीय मूल के बच्चे ने ब्रिटेन में अपने हुनर और काबिलियत का लोहा मनवाया। बता दें कि महज 10 साल के मेहुल गर्ग ने मेनसा आईक्यू टेस्ट में एलबर्ट आइंस्टीन और स्टीफन हाकिंग को पीछे छोड़कर शानदार उपलब्धि अपने नाम कर ली। मेहुल को सभी लोग प्यार से माही पुकारते हैं। माही ने निश्चय किया था कि वह अपने बड़े भाई ध्रुव गर्ग को फॉलो करेगा जिसने पिछले साल इसी टेस्ट में हाई स्कोर 162 बनाया था।
मेहुल की मां दिव्या गर्ग ने बताया कि माही दिखाना चाहता था कि वह अपने भाई से कम नहीं है और वो उसने साबित करके दिखाया। मेहुल ने बताया कि जब परीक्षा का रिजल्ट आया तो उसे विश्वास ही नहीं हुआ कि उसने ये उपलब्धि हासिल की है। माही ने कहा कि परीक्षा के कारण उस पर बहुत दवाब था लेकिन जब उनके पापा गौरव गर्ग ने उन्हें समझाया तब उन्हें हिम्मत मिली।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले साल 2017 के अगस्त में भी भारतीय मूल के 12 वर्ष के लड़के को ब्रिटेन में टेलीविजन क्विज प्रतियोगिता में ‘चाइल्ड जीनियस’ के खिताब से नवाजा गया था। कुछ दिन पहले वह सारे सवालों का जवाब देकर रातों रात सुर्खियों में आया था। ‘चैनल फोर’ के शो ‘चाइल्ड जीनियस’ में राहुल ने 9 वर्षीय रोनन को कार्यक्रम के फिनाले में 10-4 से हराया था। आपको बता दें कि दुनिया की सबसे बड़ी और पुरानी उच्च आईक्यू सोसायटी में कई भारतीय मूल के बच्चों अपनी योग्यता और ज्ञान का लोहा मनवा चुके हैं।