नोएडा। उत्तर प्रदेश में अपराधियों के लिए खौफ का केंद्र बनी यूपी पुलिस अब एक नये विवाद में फंसती नजर आ रही है। दरअसल यूपी पुलिस ने हाल के दिनों में कुछ ज्यादा एनकाउंटर कर डाले हैं। इतना ही नहीं योगी सरकार में अपराधियों की नींद उड़ी हुई है लेकिन कुछ एनकाउंटर को लेकर सवाल भी उठाया जा रहा है। कुछ इसी तरह का मामला अब सामने आ रहा है जहां एक एनकाउंटर को लेकर खाकी पर सवाल उठाया गया है।
पूरा मामला नोएडा बताया जा रहा है, जहां सेक्टर 122 में शनिवार रात एक युवक को गोली मारकर गम्भीर रूप से घायल कर दिया गया। गोली मारने वाले कोई और नहीं बल्कि यूपी पुलिस का दरोगा बताया जा रहा है। आनन-फानन में इस शख्स को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर जितेन्द्र यादव के परिवार वालों ने साफ कहा कि यह पूरा मामला एक फेक एनकाउंटर का है। एक फेक एनकाउंटर के तहत उसे गोली मारी गई है। इतना ही नहीं परिवालों का कहना है कि उसकी जाति को लेकर पुलिस ने उसे उड़ा दिया है।
गोली लगने वाले शख्स का नाम जीतेंद्र बताजा जा रहा है जो जिम ट्रेनर। जीतेंद्र्र के परिवार का आरोप है कि सीएनजी स्टेशन पर कहासुनी के बाद नशे में धुत यूपी पुलिस के दारोगा ने उसे गोली मार दी। मामला बढऩे पर आरोपी एएसआई को गिरफ्तार कर लिया गया है।
वहीं मौके पर पहुंचे डीआईजी लव कुमार मामले की निष्पक्ष जांच की बात कही और किसी को बख्शा नहीं जाएंगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में पिछले 2 दिनों में पुलिस के साथ मुठभेड़ की 15 घटनाओं में कई अपराधियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि एक गैंगस्टर को मार गिराया गया। सपा की सरकार जाने के बाद योगी सरकार लगातार सूबे में कानून का राज कायम करने के लिए लगातार कमर कस रही है।
आलम तो यह यूपी से अपराधियों का सफाया करने के लिए यूपी पुलिस ने अब बेहद कड़ा रूख अपनाते हुए एनकाउंटर का नया खेल शुरू कर दिया है। योगी के अब तक कार्यकाल में सूबे में यूपी पुलिस ने अपराधियों पर नकेल कसते हुए 1142 एनकाउंटर किये हैं जबकि 2744 अपराधी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, वहीं 34 को पुलिस ने मार गिराया।