नई दिल्ली। आपने भारतीय रेलवे की लापरवाही के कई कारनामे सुने होंगे लेकिन आज हम आपको भारतीय रेलवे का जो कारनामा बताने जा रहे हैं उसके बारे में सुनकर आप भी दांतों तले उंगली दबा लेंगे। यहां एक ट्रेन चलने के कुछ घंटों के बाद लापता गई। दरअसल हुआ यूं कि ट्रेन अपने रुट से हटकर गलत रुट पर चली गई। इस बात की जब रेलवे के अधिकारियों को हुई तो उनके होश उड़ गए।
अमृतसर से सहरसा जाने वाली गरीब रथ ट्रेन को मुरादाबाद की ओर जाना था, लेकिन वह अलीगढ़ के रूट पर चल पड़ी। करीब डेढ़ घंटे बाद जब गलत रास्ते का आभास हुआ तो ड्राइवर ने तुरंत ट्रेन रोक दी और सूचना रेलवे के अधिकारियों को दी। आनन-फानन में रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और ट्रेन को वापस गाजियाबाद स्टेशन पर लाया गया। कहा जा रहा है कि ट्रेन की गति कम थी, जिस कारण ड्राइवर को ब्रेक लगाने में दिक्कत नहीं हुई।
ऐसे होती है मॉनिटरिंग
देश भर में ट्रेनों के एक-एक कोच और इंजन की मॉनिटरिंग के लिए कोचिंग ऑपरेशन इंफर्मेशन सिस्टम (सीओआईएस) का उपयोग किया जाता है। इस सिस्टम पर आरम्भिक स्टेशन से ट्रेन चलने से पहले ही हर कोच का नम्बर व गाड़ी के कुल डिब्बों की फीडिंग की जाती है। इसी आधार पर ट्रेनों के चार्ट में कोच नम्बर फीड किए जाते हैं।
इसके बाद रास्ते के हर स्टेशन पर सीओआईएस के मॉनिटर पर ट्रेन का हर डेटा मिल जाता है। साल में एक बार रेलवे अपनी सभी बोगियों की गणना कराता है। किसी एक दिन के कुछ घंटे के भीतर एक साथ रेलवे के हजारों कर्मचारी रेलवे की बोगियों की गणना
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