लखनऊ। केन्द्र और राज्य सरकारों की बजट के बाद प्रदेश सरकार को निशाने पर लेते हुए सपा अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने शनिवार 17 फरवरी को सवाल किया कि योगी सरकार बताए कितने किसानों का कर्ज माफ हुआ है। पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ‘अब तो पंजाब नेशनल बैंक कैशलेस हो गई है। मैं तो कहता हूं कि किसानों को बैंक जाना चाहिए। कागज का एक टुकड़ा दिखाकर जितना चाहिए उतना पैसा ले आना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि सरकार अभी पीएनबी से गए पैसों के मामले में उलझी हुई है, लेकिन जल्द ही कोई ऐसी खबर आएगी कि हम सब इस घोटाले को भूल जाएंगे। प्रदेश सरकार पर हमला करते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘भाजपा देश की खुशहाली के लिए सिर्फ बातें ही करती है। अब तो बजट भी आ गया है। यह प्रदेश सरकार का दूसरा और केंद्र सरकार का पांचवा बजट था। अब बताएं कितने लोगों का कर्ज माफ हुआ है। इसकी वजह से किसान आत्महत्या कर रहे हैं।’
बसपा, भाजपा और अपना दल के लगभग एक दर्जन नेताओं ने अपनी पार्टी छोड़कर शनिवार को सपा कार्यालय पर पार्टी का दामन थामा। सपा सुप्रीमो ने 21 व 22 फरवरी को होने वाले निवेश सम्मेलन को निशाना बनाते हुए कहा, ‘निवेश करने वाले बहुत समझदार होते हैं। वह हर प्रदेश में होने वाली इन्वेस्टर्स समिट में जाते हैं, लेकिन निवेश वहीं करते हैं जहां उन्हें निवेश लायक उपयुक्त माहौल मिलता है। मौजूदा सरकार हमारे काम दिखाकर निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं, क्योंकि नई सरकार ने तो अभी तक कुछ नया किया ही नहीं है।’ उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर सपा कार्यालय के सामने की दुकानें हटवाई जा रही हैं। यह कैसा निवेश है जिसमें लोगों को बेरोजगार किया जा रहा है।
वहीं भाजपा नेताओं के पकौड़े वाले बयान पर मजाकिए अंदाज में अखिलेश यादव ने कहा, ‘भाजपा का कोई आदमी अच्छे पकौड़े बनाकर दिखाए। सपा कार्यालय के बाहर दुकान खुलवा दें, हम भी चख कर देखें भाजपा के पकौड़े।’ पूर्व सीएम ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी योगी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि पुलिस बड़े अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही, सिर्फ छोटे-मोटे अपराधियों को मुठभेड़ में मार रही है। अखिलेश ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘अधिकारी सिर्फ प्रमोशन के लिए ऐसा कर रहे हैं।’ उन्होंने नोएडा में जितेंद्र यादव के साथ कथित मुठभेड़ का भी हवाला दिया।