नई दिल्ली। टेलिकॉम सेक्टर में जाना पहचाना नाम एयरसेल पर अब खतरे के बादल मंडराते नजर आ रहें है। सूत्रों के अनुसार नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) जल्द ही कंपनी को दिवालिया घोषित करने पर विचार कर सकता है।
इकॉनामिक टाइम्स के अनुसार एयरसेल आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। कुछ समय पहले मलेशिया की पेरेंट कंपनी मैक्सिस, एयरसेल में पूंजी डालने की बात कही थी लेकिन उसने भी अपने हाथ पीछे खींच लिए हैं। कंपनी 15,500 करोड़ के लोन से जुझ रही है। आलम तो यह है कि करदाताओं ने कंपनी से पैसे वापस मांगने शुरु भी कर दिए हैं, लेकिन कंपनी अभी पैसे देने की स्थिति में नही है। कंपनी सितंबर से ही इस मामले पर करदाताओं से बात कर रही है लेकिन इसका कोई खास फायदा होता नही दिख रहा है।
सूत्रों के अनुसार अब कंपनी के पास अपने कर्मचारियों को सैलरी देने तक के भी पैसे नही है। इस मामले में एक बार फिर कंपनी के करदाताओं की मीटिंग होने वाली है, जहां इस मामले पर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। अगर कंपनी दिवालिया घोषित होती है तो इसका सबसे बुरा असर कर्मचारियों पर पड़ेगा। कंपनी के लगभग 5000 हजार कर्मचारी बेरोजगार हो जाएंगे।