Top NewsUttar Pradeshलखनऊ

अगर आपने यूपी नहीं देखा तो समझो भारत को नहीं जाना, जानें ये राज

लखनऊ। यूपी एक ऐसी जगह जो सुर्खियों में बने रहने के लिए कोई न कोई कारण ढूंढ ही लेती है। नेताओं के बयानों की गर्मी हो या फिर बीहड़ों में बसे डकैतों का भयंकर खौफ, सड़क पर मनचलों को पीटता एंटी रोमियो स्क्वाड हो या फिर गरीबों को सताता लैंड माफियाओं का कब्ज़ा, ताज की तारीफों के पुल बांधते कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो हों या उसी इमारत पर विवादित बयान देते हमारे नेता। यहां ऐसे ही बहुत सी चीजें अक्सर चर्चा में रहती है।

गरीबी, बेरोजगारी, अपराध, हिंसा, झगड़े-फसाद या अभी का ताज़ा मामला कोठारी का लोन, अगर इन कुछ चीजों पर बात न भी की जाए तब भी ऐसी बहुत सी बातें बच जाती हैं, जिनपर बात कर के उत्तर प्रदेश को जानने की कोशिश की जा सकती है। मिर्जा ग़ालिब की शायरी हो या मंगल पांडे की बहादुरी, अमिताभ की अदाकारी हो या ध्यानचंद की हॉकी की जादूगरी, आप किसी भी मुद्दे पर बात कीजिये उत्तर प्रदेश को जानें बिना आप यहां से गुजरे बिना आगे नहीं बढ़ पाएंगे।

उत्तर प्रदेश ने देश को एक नहीं, दो नहीं, कई ऐसे नाम दिए जो राजनीति में किसी तार्रुफ के मोहताज नहीं हैं। जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, चौधरी चरण सिंह, वी पी सिंह, जो हमारे देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं, इन सभी ने यूपी में ही जन्म लिया है। बख्त खान, बेगम हजरत महल, रानी लक्ष्मीबाई, मंगल पांडे जैसे देश के बहादुर सिपाहियों ने भी इसी मिट्टी पर ही जन्म लिया था। मिर्जा ग़ालिब से लेकर फिराक गोरखपुरी सभी ने इसी प्रदेश में जन्म लिया है।

आपको जानकर ये हैरानी होगी कि यहां एक ऐसा गांव भी है जिसका नाम snapdeal.com नगर है। पहले शिव नगर के नाम से जाने जाने वाला ये गांव भारत के यूपी राज्य के मुजफ्फरनगर जिले में स्थित है। स्नैपडील (भारतीय ई-कॉमर्स कंपनी) ने इस गांव में 15 हैंडपंप लगवाए जिसके बाद इसका नाम स्नैपडील.क़ॉम रख दिया गया। ग्रामीणों को अब मीलों दूर पानी के लिए जाने की जरूरत नहीं थी। ग्रामीणों ने इस कंपनी का शुक्रिया अदा करने के लिए इसका नाम बदलने का फैसला किया।

उत्तर प्रदेश में एक गांव है कन्नटोर, बाराबंकी के पास, जहां एक पवित्र बाओबाब का पेड़ है। कहा जाता है कि लखनऊ से 39 किमी दूर ये पेड़ दुनिया में एक अपने तरीके का पेड़ है जो अपने फूलों के लिए मशहूर है जो दिन के दौरान अपने रंग बदलता है। कहा जाता है कि परिजात पौधे को भगवान श्री कृष्ण स्वर्ग से नीचे जमीन पर लेकर आए थे।

=>
=>
loading...
Dileep Kumar
the authorDileep Kumar