लखनऊ | उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को दवा की दुकानें बंद रहेंगी। ऑल इंडिया केमिस्ट एसोसिएशन के महासचिव सुरेश गुप्ता की अध्यक्षता में शनिवार को हुई बैठक में यह फैसला किया गया। यह घोषणा एसोसिएशन की लखनऊ शाखा के अध्यक्ष गिरिराज रस्तोगी ने की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार दवा दुकानदारों और फार्मासिस्टों के हक को नरजअंदाज कर रही है। एसोसिएशन की मांग है कि प्रदेश सरकार फार्मासिस्ट एवं ड्रग लाइसेंस नवीनीकरण की समस्या का निदान करे।
उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित मनमानी फीस वृद्घि केमिस्ट एसोसिएशन को स्वीकार नहीं है। इसके अलावा अवैध ऑनलाइन दवा व्यापार पर केंद्र व राज्य सरकार फौरी कार्रवाई करे।” गिरिराज ने कहा कि शहर में कुल करीब 4,400 दवा की दुकानें हैं, जो बंद रहेंगी। शहर के कुछ चुनिंदा अस्पतालों के भीतर खुली दवा दुकानों पर बंदी का असर नहीं रहेगा। मरीज अस्पतालों के भीतर बनी दवा की दुकानों से दवा ले सकते हैं।
केमिस्ट एंड ड्रग फेडरेशन के महासचिव ने कहा कि उच्च न्यायालय लखनऊ में दाखिल पीआईएल में संगठन न्यायालय को आश्वासन दिया है कि प्रदेश में दवा दुकानों पर बंदी रहने से मरीजों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होगी। इस दौरान मरीजों की सुविधा के लिए शहर के चुनिंदा 17 अस्पतालों के भीतर संचालित दवा की दुकानें चलती रहेंगी। उन्होंने कहा, “28 फरवरी रविवार सुबह 10 बजे लखनऊ नगरपालिका से मुख्य डॉकघर तक केमिस्ट मार्च निकालकर अपना विरोध दर्ज कराएंगे।”