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‘यहां बारात लेट होने पर देना पड़ता है जुर्माना, वो भी इतना’

रामपुर। भारत में शादी-ब्याह किसी पर्व से कम नहीं माने जाते हैं। यहां बाराती गाजे-बाजे के साथ दुल्हन को लेने उसके घर पर पहुंचते हैं, जहां लड़की वाले उनके आवभगत, स्वागत में कोई कारे—कसर नहीं छोड़ते, पर क्या कभी आपने किसी ऐसी जगह के बारे में सुना है जहां अगर बारात लेट हो जाए तो उसे जुर्माना भरना पड़ता हो, अगर नहीं सुना तो सुन लीजिए यहां बारात लेट होने से 100 रुपये प्रति मिनट के हिसाब से जुर्माना देना पड़ जाता है।

आपको सुनकर बड़ा अजीब लग रहा होगा कि बारातियों पर जुर्माना! लेकिन यह पूर्णतया सच है। इस अनोखे गांव का नाम है दौंकपुरी टांडा जो यूपी के रामपुर जिले के स्वार इलाके में है। इस गांव के लड़के लड़कियों की शादी गांव में ही करवाई जाती है। यहां के लोगों का मानना है कि इस तरह गांव में ही शादी कराने से उनके बच्चे महफूज रहेंगे। अपनी इस रिवाज के लिए दौंकपुरी टांडा पूरे इलाके में चर्चित है।

आपको यह भी बता दें कि बात बस यहीं खत्म नहीं होती। यहां की एक और अजीबे गरीब परम्परा है जो कि काफी चौंकाने वाली है। यहां अगर लड़के वाले बारात लाने में देरी कर गए तो उनके जेबों पर भारी कार्रवाई हो जाती है। तय किए गए वक्त से लेट होने पर बारात को 100 रुपये प्रति मिनट के हिसाब से जुर्माना देना पड़ता है। बताया जाता है कि पांच साल पहले एक बारात के 14 मिनट लेट हो जाने पर उसपर 1400 रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसके बाद से किसी और ने इस नियम को नहीं तोड़ा।

तो अब आइये आपको कुछ और बता दें जो इस छोटे से गांव की खास बात है। इस गांव के लोग फिज़ूलखर्ची के एकदम खिलाफ हैं। गांव वालों का मानना है कि शादी में फिज़ूल के खर्चे नहीं होने चाहिए। सारे रस्म-ओ-रिवाज़ों को निभाया जाता है, दूल्हा दुल्हन के घर बारात लेकर पहुंचता तो है लेकिन बिना बैंड बाजे के। जी हां, इस गांव में बैंड बाजे पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है। यहां बड़ी ही सादगी से शादी की जाती है।

इस गांव में बहुत से नियम कायदे हैं जिनका सभी लोग पालन भी करते हैं, लेकिन यह गांव आज भी सरकारी मदद से महरूम है, जिसके कारण गांव तरक्की यहां पर रहने वाले लोगों से काफी दूर है।

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Dileep Kumar
the authorDileep Kumar