लखनऊ। आने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली को उत्तर प्रदेश से उम्मीदवार बनाया है। वैसे तो अरुण जेटली अभी तक गुजरात के कोटे से राज्यसभा सदस्य चुने जाते रहे हैं। उत्तर प्रदेश में सरकार बनने के बाद विधायकों की संख्या के आधार पर पार्टी हाई कमान ने उन्हें यहीं से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है।
अरुण जेटली के साथ ही उच्च सदन में भी उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व बढ़ जाएगा। वह अभी तक राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका का निर्वहन करते रहे हैं। यूपी से चुने जाने के कारण राज्यसभा में भी यूपी का प्रतिनिधित्व संभव हो सकेगा। लोकसभा में भी नेता सदन के रूप में वाराणसी से सांसद पीएम नरेंद्र मोदी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। अब वित्त मंत्री भी यूपी से राज्यसभा सदस्य चुनकर देश की संसद में प्रतिनिधित्व करेंगे।
भाजपा के संसदीय बोर्ड के महासचिव जगत प्रकाश नड्डा ने बुधवार 7 मार्च को राज्यसभा सदस्यों की लिस्ट जारी की, जिसमें यूपी से अरुण जेटली का नाम शामिल किया गया है। इसके अलावा अन्य केंद्रीय मंत्रियों को अलग-अलग राज्यों से राज्यसभा भेजे जाने का फैसला किया गया है।
वैसे ये भी बता दें कि अभी तक यूपी से राज्यसभा जाने वाले अन्य नेताओं के नामों का फैसला पार्टी नहीं कर पाई है। माना जा रहा है कि नामों को लेकर अभी आरएसएस और भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के बीच आम सहमति न बन पाना है। कहा जा रहा है कि एक दो दिन के अंदर पार्टी अन्य राज्य सभा उम्मीदवारों के नाम घोषित कर देगी।
उत्तर प्रदेश से जिन प्रमुख नेताओं को राज्यसभा भेजने की चर्चा की जा रही है, उनमें पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मीकांत वाजपेई, वर्तमान में संगठन महामंत्री सुनील बंसल, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव अरुण सिंह और अनिल जैन के नाम चर्चा में हैं।
इसी के साथ विजयपाल सिंह तोमर, विजय सोनकर शास्त्री सहित कई अन्य नामों पर भी चर्चा हो रही है। ऐसे ही वरिष्ठ नेता विनय कटियार को भी फिर से राज्यसभा भेजे जाने की चर्चा पार्टी के अंदर तेजी से की जा रही है।