दुनिया में आज भी ऐसे तमाम देश है जहां अलग अलग तरह की परंपराए निभाई जाती है। ऐसे कई सारे रिवाज़ हैं जिनका वहां पर रहने वालों के लिए कोई महत्व नहीं है मगर फिर भी वो निभाई जाती हैं, लेकिन फिर भी लोगों की रूढीवादिता सौच की वजह से आज भी इस तरह के कई सारे काम किए जाते हैं। आज हम आपको एक ऐसी परंपरा के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जो किसी बाहर के देश में नहीं बल्कि हमारे ही देश में ही निभाई जाती हैं। जिसे जानकर बारे आपके होश उड़ जाएंगे।हम बात कर रहे हैं हैवानियत से भी ऊपर जाने वाली परंपरा ‘ठलाईकूठल’ की। भारत के दक्षिण में स्थित तमिलनाडु राज्य के कई जिलों में ‘ठलाईकूठल’ नाम की परंपरा आज भी जारी है। बता दें कि इस प्रथा के नाम पर लोगों को चोरी छिपे मौत के मुंह मे धकेल दिया जाता है। इस परंपरा में सबसे ज़्यादा हैरान करने वाली बात तो यह है कि इसमें बुजुर्गो की हत्या उनके ही घरवाले करते हैं। प्रथा के दौरान जब किसी बुज़ुर्ग की हत्या की जाती है तो गांव के सभी लोग उस समय वहां पर मौजूद रहते हैं । मगर सब लोग सबकुछ देखते रहते हैं।बुजुर्गों की हत्या कर देने वाली इस परंपरा को विदाई देने का एक सम्मानजनक तरीका माना जाता है। जिसके चलते जो परिवार, बुजुर्गों की सेवा नहीं कर पाता वो इस परंपरा के नाम पर उनकी हत्या कर देता है।आपको जानकर हैरानी होगी कि कभी-कभी बुजुर्ग खुद ऐसा करने को कहते हैं।
ठलाईकूठल: एक ऐसी परंपरा जहां बुज़ुर्गों को उतारा जाता है मौत के घाट, जानिए पूरा सच
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