नई दिल्ली। आकार में माउंट एवरेस्ट से भी बड़ा एस्टेरॉयड कल धरती के पास से गुजरेगा। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने करीब डेढ़ महीने पहले खुलासा किया था कि धरती की तरफ एक बहुत बड़ा एस्टेरॉयड तेजी से आ रहा है। हालांकि इसे डरने की जरुरत नहीं हैं। ये एस्टेरॉयड धरती से करीब 62.90 लाख किलोमीटर दूर से गुजरेगा। अंतरिक्ष विज्ञान में यह दूरी बहुत ज्यादा नहीं मानी जाती लेकिन कम भी नहीं है।
29 अप्रैल का दिन चर्चाओं में है। एक उल्का पिंड यानी एस्टेरॉयड पृथ्वी के निकट से गुजरने वाला है। वैज्ञानिकों और आम लोगों सभी के लिए यह आकर्षण का केंद्र है। यह बेहद तेज है और विशाल भी। करीब 1.2 मील चौड़ा यह पिंड अपने निर्धारित समय पर बिजली की गति से तेजी से नजदीक आता जा रहा है। ठीक 29 अप्रैल की सुबह साढ़े पांच बजे यह हमारी धरती के करीब होगा। यह उल्का पिंड धरती से टकराएगा या नहीं, इस पर सोशल मीडिया पर खूब बातें हो रही हैं। हालांकि नासा के वैज्ञानिकों ने आश्वस्त किया है कि यह सुरक्षित फासले से पृथ्वी के पास से गुजर जाएगा और पृथ्वी बच जाएगी। खास बात यह है कि इसकी रफ्तार 19 हजार किलोमीटर प्रति घंटा है। इसकी ताजा तस्वीर सामने आई है। मजे की बात यह है कि इसकी आकृति किसी मॉस्क लगाए चेहरे जैसी नज़र आ रही है।
इस एस्टेरॉयड को 52768 (1998 OR 2) नाम दिया गया है। इस एस्टेरॉयड को नासा ने सबसे पहले 1998 में देखा था। यह एस्टेरॉयड 29 अप्रैल को धरती के पास से गुजरेगा। धरती से इसकी दूरी करीब 62.90 लाख किलोमीटर होगी।