लखनऊः सूचना क्षेत्र में मोबाइल फोन के आने से एक बड़ा बदलाव आया है। इसने विश्व को एक करने का काम किया है। इसी वजह से आज के इस युग को वैश्वीकरण का दौर कहा जा रहा है। मोबाइल फोन और इंटरनेट के इजाद ने हमारी भौगोलिक दूरियों को कम कर दिया है। इस कारण लोग दूर होकर भी पास हैं। अब महज एक फोन कॉल के जरिए हम किसी से भी आसानी से बात कर लेते हैं।
हालांकि फोन कॉल करते वक्त कभी आपने इस बात पर गौर किया है कि भारत में मोबाइल नंबर की शुरुआत आखिर 6, 7, 8 और 9 से ही क्यों होती है? अगर नहीं, तो आज हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं। इसके पीछे की वजह काफी रोचक है। इसी कड़ी में आइए जानते हैं कि आखिर भारत में मोबाइल नंबरों की शुरुआत 6, 7, 8 और 9 से ही क्यों होती है?
भारत में संख्या 1 से सरकारी सेवाओं के नंबर शुरू होते हैं। जैसे पुलिस , दमकल, एंबुलेंस, आदि। इस कारण मोबाइल नंबरों की शुरुआत 1 नंबर से नहीं की जा सकती है। इसका उपयोग केवल सरकारी सेवाओं के लिए किया जाता है। वहीं 2, 3, 4 और 5 से लैंडलाइन नंबरों की शुरुआत होती है।
भारत में जितने भी लैंडलाइन फोन का उपयोग होता है। उनकी शुरुआत इन्हीं नंबरों से होती है। यही एक बड़ी वजह है, जिसके चलते मोबाइल नंबरों की शुरुआत 2, 3, 4 और 5 से नहीं हो पाती। इसके बाद बचते हैं 6, 7, 8 और 9। इन्हीं से भारत में मोबाइल नंबरों की शुरुआत होती है। वहीं STD नंबरों की शुरुआत 0 से होती है।