मुंबई। लगभग 101 दिन जेल में बिताने के बाद मुंबई की PMLA कोर्ट ने बुधवार को शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत को जमानत दे दी। ईडी ने 1 अगस्त को राउत को गिरफ्तार किया था।संजय राउत के साथ प्रवीण राउत को भी जमानत मिली है। संजय राउत को पात्रा चॉल जमीन घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने गिरफ्तार किया था। PMLA कोर्ट ने 2 नवंबर को उनकी न्यायिक हिरासत को 14 दिनों के लिए बढ़ा दिया था। हालांकि, कोर्ट ने राउत की जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिस पर आज 9 नवंबर को फैसला सुनाया जाना तय किया गया था।
तीन महीने से ज्यादा वक्त से जेल में बंद संजय राउत को अभी फौरी राहत मिली है। राउत की जमानत याचिका पर कई बार सुनवाई की तारीख पड़ी, लेकिन हर बार कोर्ट से उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ा दी गई। जुलाई से जेल में बंद शिवसेना सांसद को अब जाकर जमानत मिली है।
कई बार उनकी रिमांड बढ़ा दी गई। सबसे पहले संजय राउत की रिमांड 8 अगस्त तक और फिर 22 अगस्त तक बढ़ाई गई थी। तीसरी बार उनकी रिमांड 5 सितंबर तक बढ़ा दी गई थी। मुंबई के पात्रा चॉल जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर ED ने कार्रवाई की थी, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। पात्रा चॉल जमीन घोटाला 1,039 करोड़ रुपये का है। इस घोटाले में ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत केस दर्ज किया था। इसके बाद ईडी ने संजय राउत के घर तलाशी में 11.5 लाख रुपये भी जब्त किए थे। मामले में अप्रैल में ईडी ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत और उनके करीबियों की 11.15 करोड़ रुपये की संपत्ति भी जब्त की थी।