कुत्तों की बढ़ती आबादी से परेशान है चीन का किंगदाओ शहर
बीजिंग। बढ़ती आबादी से परेशान चीन अब पालतू कुत्तों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी से परेशान है। इसीलिए चीन के किंगदाओ शहर ने अब वन चाइल्ड पॉलिसी के बाद अब वन डॉग पॉलिसी का ऐलान किया है।
शहर प्रशासन ने जारी दिशानिर्देश में कहा कि एक घर में एक ही कुत्ते को रखा जा सकेगा और हर किसी को पालतू कुत्ते का पंजीकरण कराना होगा, इसके लिए करीब 3800 रुपये देने होंगे।
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अलग-अलग प्रजाति के कुत्तों के लिए यह फीस अलग होगी। मैस्टिफ और जर्मन शेफर्ड जैसे बड़े 40 प्रजाति के कुत्तों पर रोक लगाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है।
लाइसेंस जरूरी होगा :
कगदाओ पब्लिक सिक्योरिटी ब्यूरो के अधिकारी झाओ जुन ने कहा कि कुत्ता पालने के लिए लाइसेंस लेना जरूरी होगा। पंजीकरण के लिए करीब 30 पशु अस्पतालों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण, पशु और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की सलाह पर यह नीति बनाई गई है। छह माह के भीतर पंजीकरण न कराने वालों पर जुर्माना लगेगा या उनके पालतू कुत्ते को छीना भी जा सकता है।
किंगदाओ निवासी वांग झू और सोंग वेनकांग का कहना है कि नए नियम पशुओं के हित में है, लेकिन फीस बहुत ज्यादा है। उनका कहना है कि टीकाकरण और पशुओं के खाने-पीने और देखभाल में पहले ही ज्यादा खर्च आता है।
पीपुल्स डेली के मुताबिक, रेबीज के टीके के अलावा नजर रखने के लिए कुत्ते के गले में एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगाई जाएगी। ताकि कुत्ते के खोने पर उसका पता लगाया जा सके। इसमें कुत्ते के मालिक, प्रजाति जैसी जानकारी के अलावा उसके टीकाकरण की तारीख भी होगी।
किंगदाओ के अलावा चेंगदू और सिचुआन प्रांत में एक कुत्ते की नीति पहले से लागू है। हारबिन व हेलांगजांग प्रांत में 50 सेंटीमीटर से ऊंचे और 70 सेंटीमीटर से लंबे कुत्ते रखने की मनाही है। वर्ष 2011 में गुआंगदोंग प्रांत में शहरी इलाकों में पालतू कुत्तों पर पाबंदी लगाई गई, लेकिन विरोध के बाद आदेश वापस ले लिया गया।
झाओ का कहना है कि पशु प्रेमियों और उनसे न चाहने वालों के बीच अक्सर झगड़े होते हैं। कुछ कुत्ते सार्वजनिक स्थानों पर माहौल बिगाड़ देते हैं और उन्हें संभाल पाना मुश्किल होता है। कई सिनेमाघरों, क्लबों ने पालतू कुत्तों को साथ लाने पर पाबंदी भी लगा दी है।