लखनऊः 5जी टेस्टिंग के लिए जियो इन्फोकॉम और वोडाफोन-आइडिया लिमिटेड को केंद्र सरकार ने स्पेक्ट्रम आवंटित कर दिया है। सरकार की ओर से गुजरात में 5 जी नेटवर्क के परीक्षण के लिए इन दोनों कंपनियों को स्पेक्ट्रम और लाइसेंस आवंटित कर दिए गए है। अब दोनों ही कंपनियां गुजरात में 5जी नेटवर्क का परीक्षण कर जल्द से जल्द इस भारत में लॉन्च करने की जद्दोजहद में जुट गई है। अब ये देखाना सभी के लिए दिलचस्प भी होगा की कौन सी कंपनी पहले 5जी नेटवर्क को भारत में शुरू करने में सफल रहती है।
अगले साल अप्रैल-मई के आसपास हो सकती है 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी
संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को कहा कि 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी अगले साल अप्रैल-मई में हो सकती है। नीलामी की संरचना पर ध्यान देने वाला भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) इस पर विचार-विमर्श कर रहा है। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि दूरसंचार नियामक अगले साल फरवरी मध्य या अंत तक अपनी रिपोर्ट सौंप देगा।
ज्यादा-से-ज्यादा मार्च में रिपोर्ट मिल जानी चाहिए। इसके तुरंत बाद हम नीलामी करेंगे। संचार मंत्री ने कहा कि 4जी नेटवर्क के लक्ष्य को हमने पहले ही हासिल कर लिया है। 5जी के लिए 70-75 फीसदी काम पूरा हो चुका है। उनकी यह टिप्पणी इसलिए अहम है क्योंकि इससे पहले दूरसंचार विभाग के चालू वित्त वर्ष के अंत तक 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी करने की उम्मीद थी।
उन्होंने कहा कि भारत के दूरसंचार क्षेत्र के नियमन को सर्वश्रेष्ठ वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाना है। इसलिए हम इसमें कई सुधार पेश करेंगे। आने वाले दो-तीन वर्षों में दूरसंचार नियामक की संरचना बदलनी चाहिए।