लखनऊः भारत में 5जी अभी ट्रायल में ही है। आम जनता को 5जी कब मिलेगा, इसके लिए अभी तक कोई तारीख तय नहीं की गई है लेकिन भारत ने 6जी की तैयारी शुरू कर दी है। रेल और संचार तथा इलेट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने एक बयान में कहा है कि 2023 के अंत तक भारत में 6जी नेटवर्क शुरू हो जाएगा। अश्विनी वैष्णव ने यह बयान एक मीडिया हाउस के वेबिनार में दिया है।
अश्विनी वैष्णव ने इस बात की भी पुष्टि की है कि कि 6जी टेक्नोलॉजी पर काम करने के लिए इंजीनियरों और वैज्ञानिकों को आवश्यक अनुमति पहले ही दी जा चुकी है। उन्होंने आगे कहा कै कि 6G के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी सॉफ्टवेयर और पार्ट्स मेड इन इंडिया होंगे।
इसके अलावा 6जी के लिए तैयार हुए मेड इन इंडिया पार्ट्स का निर्यात भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि केवल 6G ही नहीं, बल्कि 5G के लिए भी मेड इन इंडिया सॉफ्टवेयर और पार्ट्स का ही इस्तेमाल हो रहा है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) पहले से ही 5जी स्पेक्ट्रम के लिए कंसल्टेशन प्रक्रिया पर काम कर रहा है। नियामक के फरवरी या मार्च के अंत तक प्रक्रिया पूरी करने की उम्मीद है। यहां तक कि दूरसंचार ऑपरेटरों ने भी 5G परीक्षण अवधि के विस्तार की मांग की थी जिसके बाद उन्हें 31 मार्च 2021 तक अतिरिक्त समय दिया गया था।
भारत में जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया अपने स्तर पर विभिन्न शहरों में 5जी की टेस्टिंग कर रही हैं। जियो ने हाल ही में 5जी की टेस्टिंग के लिए शाओमी इंडिया से हाथ मिलाया है। रिलायंस जियो ने अपकमिंग स्मार्टफोन Redmi Note 11T 5G पर 5जी नेटवर्क का ट्रायल किया है।