लखनऊः आज दीपावली के शुभ अवसर पर पूरा देश खुशी और उत्साह के उल्लास में डूबा रहता है। लोग अपने घरों में लक्ष्मी-गणेश की पूजा करते है और लोगों को मिठाईयां और दूसरे उपहार देकर एक दूसरे से गले मिलते हैं। लेकन क्या आपको पता है कि दीपावली की पूजा किस समय करनी चाहिए , अगर नहीं तो जानिए की आज इस शुभ अवसर पर कैसे मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को प्रश्नन करके आप अपनी दीपावली को और बेहतर बना सकते है।
आज कार्तिक अमावस्या की तिथि है। यह तिथि सुबह लगभग 06 बजे आरंभ हो चुकी है। कार्तिक अमावस्या तिथि पर दीपोत्सव का त्योहार मनाया जाता है। सुबह से ही घर को सजाया जाता है और शाम होते ही लक्ष्मी-गणेश पूजा की तैयारी की जाती है। शास्त्रों में दिवाली पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए सबसे शुभ मुहूर्त प्रदोष काल का माना गया जाता है। ऐसे में आज शाम को प्रदोष काल का समय 5 बजकर 35 मिनट से आरंभ हो जाएगा जो रात के 08 बजकर 10 मिनट तक रहेगा। दिवाली पर लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व होता है। लक्ष्मी पूजन में मंत्र के जाप से सदैव माता लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
महालक्ष्मी मंत्र
ॐ श्री ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्मयै नमः।।
श्री लक्ष्मी बीज मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥
अर्घ्य मंत्र
क्षीरोदार्णवसम्भूते सुरासुरनमस्कृते।
सर्वदेवमये मातर्गृहाणार्घ्य नमो नम:।।
निवेदन मंत्र
सुरभि त्वं जगन्मातर्देवी विष्णुपदे स्थिता।
सर्वदेवमये ग्रासं मया दत्तमिमं ग्रस।।
प्रार्थना मंत्र
सर्वमये देवि सर्वदेवैरलड्कृते।
मातर्ममाभिलाषितं सफलं कुरु नन्दिनी।।
आज शाम कब होगी है लक्ष्मी पूजा, जानें शुभ मुहूर्त ?
दिवाली की शाम महालक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व होता है। दीपावली पर प्रदोषकाल और स्थिर लग्न में लक्ष्मी पूजन का विधान होता है। मान्यता है कि दिवाली की रात को लक्ष्मी पूजन से घर पर हमेशा के लिए मां लक्ष्मी वास करने लगती हैं। इस बार दिवाली लक्ष्मी पूजन का समय शाम 06 बजकर 10 मिनट से रात के 08 बजकर 10 मिनट तक है।
आज दिवाली पर चार ग्रहों का चतुर्ग्रही योग
इस बार दिवाली के दिन चार ग्रह एक साथ तुला राशि में विराजामान रहेंगे जिस कारण से इस दिन लक्ष्मी पूजा और दीपोत्सव का त्योहार बहुत ही शुभ रहेगा।
शुभ दीपावली आज, शाम को कैसे करें मां लक्ष्मी की पूजा, जानिए मुहूर्त, मंत्र और सभी कुछ
आज देश दीपोत्सव का पर्व मना रहा है। मां लक्ष्मी जो धन, सुख, समृद्धि की देवी मानी जाती हैं शाम को उनके आगमन पर विधिवत पूजा-पाठ किया जाएगा। मां महालक्ष्मी के स्वागत में पूरे घर को दीयों की रोशनी, रंगोली, फल-फूल से सजाया जाएगा। पुराणों के अनुसार समुद्र मंथन के दौरान कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि पर देवी लक्ष्मी सभी को सुख और समृद्धि का आशीर्वाद देते हुए प्रगट हुईं थीं। दीपावली पर दीपदान का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि दीपदान करने से जीवन के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। दिवाली का शाम को प्रदोष काल में मां लक्ष्मी की पूजा के साथ भगवान गणेश, देवी सरस्वती और धन के देवता कुबेर की पूजा भी की जाती है। इसके अलावा कार्तिक अमावस्या तिथि पर ही प्रभु राम रावण का वध करके लंका से वापस अयोध्या आए थे, जिसकी खुशी में सभी अयोध्यावासी नगर को दीपों से सजाकर प्रभु राम का स्वागत किया था। तभी से हर वर्ष दीपावली का त्योहार मनाया जाता है।
आज दीपोत्सव का त्योहार है। हर वर्ष की तरह इस बार भी दीपावली का त्योहार बड़े ही धूम-धाम के साथ मनाया जा रहा है। हिंदू धर्म में दिवाली बहुत ही प्रमुख और उत्साह के साथ मनाया जाने वाला त्योहार है। हर वर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक अमावस्या तिथि पर दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। दिवाली पर घरों को दीए की रोशनी में बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया जाता है। दिवाली की शाम को मुख्य रूप से माता लक्ष्मी, भगवान गणेश, देवी सरस्वती, कुबेर और काली मां की पूजा होती है। मान्यता है कि कार्तिक अमावस्या तिथि पर ही देवी लक्ष्मी समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुईं थीं और दिवाली की रात को पृथ्वी भ्रमण पर निकली थीं। दिवाली की शाम को प्रदोष काल के समय लक्ष्मी पूजन का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि दिवाली की शाम को जिन घरों में विशेष साफ-सफाई और पूजा-पाठ होती है वहां पर मां लक्ष्मी सदैव के लिए अपना निवास बन लेती हैं।
दिवाली 2021 लक्ष्मी-गणेश पूजा मुहूर्त
लक्ष्मी पूजा शुभ मुहूर्त- 06:10 PM से लेकर 08:06 PM तक
लक्ष्मी पूजा प्रदोष काल मुहूर्त – 05:35 PM से 08: 10 PM तक
लक्ष्मी पूजा निशिता काल मुहूर्त – 11:38 PM से 12:30 AM तक
अमावस्या तिथि प्रारम्भ – नवम्बर 04, 2021 को 06:03 AM बजे
अमावस्या तिथि समाप्त – नवम्बर 05, 2021 को 02:44 AM बजे
लक्ष्मी पूजा के लिए शुभ चौघड़िया मुहूर्त:
प्रातः मुहूर्त (शुभ) – 06:35 AM से 07:58 AM
प्रातः मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) – 10:42 AM से 02:49 PM
अपराह्न मुहूर्त (शुभ) – 04:11 PM से 05:34 PM
शाम का मुहूर्त (अमृत, चर) – 05:34 PM से 08:49 PM
रात्रि मुहूर्त (लाभ) – 12:05 AM से 01:43 AM
इसी के साथ आप सभी को दिपावली की हार्दिक शुभकामनाएं