भोपाल। मध्य प्रदेश में घड़ी की सुइयां जैसे ही रात की ओर बढ़ती थीं वैसे ही वहां काम करने वाले सेक्युरिटी गार्डों के चेहरों पर दहशत झलकने लगती थी। एक सिरफिरा जो चुन चुन कर सेक्युरिटी गार्डों को मौत दे रहा था। हत्या करने का पैटर्न भी एक जैसा था। अब तक वो छह सेक्युरिटी गार्डों को मौत के घाट उतार चुका था, लेकिन भला हो शिवराज की पुलिस का जिसने इस सीरियल किलर को काफी मशक्कत के बाद आखिरकार पकड़ लिया। उसे पकड़ने के लिए 250 पुलिसकर्मियों की एक टीम बनाई गई थी। शुक्रवार को पुलिस ने उसे भोपाल से पकड़ा। पकड़े जाने से पहले पिछले छह दिनों में वह चार जानें ले चुका था। इससे पहले भी वो दो हत्याएं कर चुका था।
पुलिस के हत्थे चढ़े सीरियल किलर का नाम शिव गोंड है। वह सागर के केसली का रहने वाला है और आठवीं तक पढ़ा है। वह गोवा में नौकरी कर चुका है और फर्राटे से इंग्लिश बोल लेता है। शिव गोंड का शिकार बने सभी सिक्योरिटी गार्ड थे। इनमें से चार की उम्र 40 से 60 साल के बीच थी। सिक्योरिटी गार्ड्स को निशाना बनाने के पीछे के मकसद का अब तक पता नहीं चला। आरोपी के मुताबिक उसे रात को सोने वाले सिक्योरिटी गार्ड्स से नफरत थी।
पुलिस की नाक में दम करने वाले सीरियल किलर ने जिन वारदातों को अंजाम दिए, उन सभी का पैटर्न एक जैसा था। वह रात को 12 से चार बजे के बीच निकलता था, जब गार्ड सो रहे होते थे। वह नींद में ही उनके सिर पर वार करता था। हथियार के रूप में वह पत्थर, डंडा, हथौड़ा जैसी कोई भारी चीज इस्तेमाल करता था।शिव गोंड अपने शिकारों के साथ कोई लूटपाट नहीं करता था। उसके द्वारा अंजाम दिए गए वारदातों में पुलिस को घटनास्थल से लूटपाट के कोई सुराग नहीं मिले हैं। गार्ड्स को मारने के बाद वह उनका मोबाइल अपने साथ ले जाता था। ऐसा ही एक मोबाइल उसे पकड़ने में पुलिस का मददगार बना।