लखनऊ। यूपी बीजेपी में इस समय सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। जलशक्ति विभाग के राज्यमंत्री और मेरठ के हस्तिनापुर से विधायक दिनेश खटीक ने बुधवार को मंत्रिपद से इस्तीफ़ा दे दिया। इतना ही नहीं उन्होंने तो यहां कह दिया कि दलित होने की वजह से सरकार में मेरी बात कोई नहीं सुनता है। उन्होंने कहा कि प्रमुख सचिव अनिल गर्ग मेरा फोन बीच में ही काट देते हैं। उन्होंने कहा कि मैं एक दलित जाति का मंत्री हूं इसलिये इस विभाग में मेरे साथ बहुत ज्यादा भेदभाव किया जा रहा है। मुझे विभाग में अभी तक कोई अधिकार नहीं दिया गया है। इसलिए मेरे पत्रों का जवाब नहीं दिया जाता है। मेरे द्वारा लिखे गए पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। इन्हीं सब बातों से आहत होकर में अपने पद से त्यागपत्र दे रहा हूं। हालांकि अभी सरकार ने दिनेश खटीक के इस्तीफे की पुष्टि नहीं की है लेकिन उनके इस्तीफा सामने आ गया है।
उन्होंने कहा कि जल शक्ति विभाग में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों और अधिकारियों के स्थानांतरण में गड़बड़ी हुई। इसके बाद मैंने विभागाध्यक्ष से सूचना मांगी तो अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। राज्यमंत्री दिनेश खटीक बुधवार सुबह प्राइवेट गाड़ी से अपने मेरठ स्थित गंगानगर आवास से निकल गए हैं। उनसे इस बारे में पूछे जाने पर उनका कहना था कि सब ठीक है।
पत्र में उन्होंने लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह के अथक परिश्रम एवं कुशल नेतृत्व में दलितों और पिछड़ों को साथ लेकर चलने के कारण आज भाजपा सरकार का गठन हुआ है। इसी क्रम में दलित समाज से जुड़े होने के कारण मुझे भी एक ईमानदार एवं स्वच्छ छवि वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जल शक्ति विभाग में राज्य मंत्री नियुक्त किया गया है। जिससे पूरा दलित समाज सरकार के प्रति पूरी तरह से उत्साहित एवं समर्पित है।
इसके बाद भी जलशक्ति विभाग में दलित समाज का राज्य मंत्री होने के कारण मेरे किसी भी आदेश पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है और न ही मुझे किसी की सूचना दी जाती है। राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने विभाग के प्रमुख सचिव अनिल गर्ग पर भी सवाल खड़े किए हैं। गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में उन्होंने लिखा कि कर्मचारियों और अधिकारियों के तबादले की सूचना देने में भी मेरे साथ भेदभाव किया गया।
वहीं दिनेश खटीक के इस्तीफे की खबर पर अब राजनीतिक बयानबाजी तेज होती जा रही है। इस्तीफे की खबर पर अब विपक्ष के ओर से समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की पहली प्रतिक्रिया आ गई है। सपा प्रमुख ने इस्तीफे की खबर पर तंज कसा है। मंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे पर तंज सकते हुए सपा प्रमुख ट्वीट किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, “जहां मंत्री होने का सम्मान तो नहीं परंतु दलित होने का अपमान मिले। ऐसी भेदभावपूर्ण बीजेपी सरकार से त्यागपत्र देना ही अपने समाज का मान रखने के लिए यथोचित उपाय है. कभी-कभी बुलडोजर उल्टा भी चलता है।