क्या आपको पता है कि फस्ट टाइम आपको किस उम्र में पीरियड ‘मासिक धर्म’ शुरु हुए था। इतना तो आपको याद होगा ही अगर नहीं याद है तो जरा याद करने की कोशिश करें क्योंकि महिलाओं के पीरियड के साथ, क्यों ये काफी मायने रखता हैं।
वैसे बता दें कि महिलाओं को सामान्यता पीरियड 10 से 14 साल में शुरु हो जाते हैं, कुछ को 15 या 16 साल तक की उम्र में भी पीरियड आते हैं। लेकिन महिलाओं का फर्स्ट पीरियड उनके सीधे स्वास्थय से जुड़ा होता हैं। एक सर्वे की मानें तो पहले पीरियड के आधार पर ही निर्धारित हो जाता है कि भविष्य में महिला दिल की बीमारी से लेकर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के होने की कितनी संभावना है।
एक पत्रिका में किए गए एक शोध के मुताबिक जिस महिला को 13 साल की उम्र में पीरियड होता है उसे दिल का दौरा, हाइपरटेंशन, हार्ट स्ट्रोक का खतरा बहुत कम रहता है। वहीं जिसे पहला पीरियड 10 साल की उम्र में होता है उसे दिल संबंधी बीमारियों के होने का खतरा 27 प्रतिशत तक अधिक रहता है।
वहीं 12 साल की उम्र में पहला पीरियड होने वाली महिलाओं को टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा अधिक रहता है। एक दूसरी पत्रिका में छपे सर्वे की मानें तो पीरियड का सीधा संबंध महिला के इंसुलिन की प्रतिरोधक क्षमता से है, जिसे बाद में पीरियड होता है उसकी प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है और शरीर में इंसुलिन का उत्पादन दूसरी महिलाओं की तुलना में कम होता है।
एक सर्वे में इस बात का जिक्र हुआ कि जिन महिलाओं का 10 साल या उसके आसपास की उम्र में पीरियड्स शुरु हो जाता है। उनमें प्रेग्नेंसी के दौरान कॉम्प्लिकेशन्स होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसी परिस्थिति में प्रीक्लैम्पसिया का रिस्क रहता है और अगर इस बीमारी का इलाज न किया जाए तो यह मां और होने वाले बच्चे दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
अमेरिका की पत्रिका ‘एपिडेमियोलॉजी’ ने करीब 35 साल की उम्र की लगभग 600 से अधिक महिलाओं पर शोध करके यह निष्कर्ष निकाला कि जिनको पहला पीरियड जल्दी हो जाता है उन महिलाओं को 35 साल की उम्र या उससे पहले थायराइड कैंसर होने की संभावना ज्यादा रहती है।
जिन महिलाओं को 17 साल या उसके बाद पीरियड होता है उनकी बोन डेंसिटी कमी होती है, ऐसे में उनको फ्रैक्चर के साथ-साथ ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा भी अधिक रहता है। जिन महिलाओं को 17 साल या उसके बाद पीरियड होता है उनकी बोन डेंसिटी कमी होती है, ऐसे में उनको फ्रैक्चर के साथ-साथ ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा भी ज्यादा रहता है।