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डिप्रेशन से लड़ने में मददगार हैं वर्कआउट, जानिए कैसे करता है काम

लखनऊः डिप्रेशन से लड़ने में तरह-तरह के वर्कआउट्स भी काफी मददगार साबित हो सकते हैं। दरअसल फिजिकल एक्टिविटीज़ के दौरान बॉडी के साथ हमारा माइंड भी इंगेज रहता है जिसकी वजह से तनाव के कारणों पर ध्यान नहीं जाता। इसके अलावा इन वर्कआउट्स से हैप्पी हॉर्मोन्स का भी सिक्रीशन होता है जो मूड को अच्छा रखने का काम करता है। तो किस तरह के वर्कआउट्स इसके लिए हैं फायदेमंद, आइए जानते हैं।

1. रनिंग

ऐसा नहीं है कि एक दिन की रनिंग से ही आपको इससे छुटकारा मिल जाएगा लेकिन हां काफी हद तक इससे मदद जरूर मिलेगी। रनिंग से मसल्स बनती है साथ हार्ट के साथ ब्रेन भी हेल्दी रहता है। रनिंग करने से बॉडी में डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हॉर्मोन्स का सिक्रिशन होता है और कोर्टिसोल का लेवल घटता है जो स्ट्रेस बढ़ाने वाला हॉर्मोन होता है। तनाव की स्थिति में ये हॉर्मोन ज्यादा बनने लगता है। तो रनिंग इसे कम करने में प्रभावी है।

वेट लिफ्टिंग के जरिए भी हल्के-फुल्के तनाव और अवसाद के लक्षणों से निपटा जा सकता है। वेट ट्रेनिंग के दौरान पूरा फोकस हाथों और शरीर पर होता है बाकी दूसरी चीज़ों पर ध्यान ही नहीं जाता। बाकी वेट लिफ्टिंग से मसल्स टोन्ड और स्ट्रॉन्ग होती है। ओवरऑल बॉडी फिट नजर आती है।

3. योगा

बिना दौड़भाग के की जाने वाली बहुत ही बेहतरीन फिजिकल एक्टिविटी है योगा। तरह-तरह के शारीरिक मुद्राएं, ब्रीदिंग एक्सरसाइज और मेडिटेशन शरीर के साथ आपके दिमाग पर भी काम करती हैं। तनाव दूर करने के लिए मेडिटेशन का सुझाव तो एक्सपर्ट्स भी देते हैं। योग के महज 1/2 घंटे के अभ्यास से ही आपको अच्छा फील होगा और जब आप इसका रोजाना इसका अभ्यास करने लगेंगे तो लंबे समय तक प्रभाव बना रहता है।

फिजिकल एक्टिविटीज़ किसी भी तरह की हो ये आपको चार्ज करने का काम करती है फिर चाहे वो बागवानी हो, बच्चों के साथ खेलकूद या फिर गाड़ी धोना ही। इसके अलावा धूप का सेवन भी तनाव, चिंता और अवसाद को दूर रखने में मददगार होता है। धूप से बॉडी में सेरोटोनिन का प्रोडक्शन होता है जो मूड को हैप्पी रखता है।

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