लखनऊ। यूपी एसटीएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसटीएफ ने लखनऊ के चिनहट इलाके से नकली नोट छापने वाले दो शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से देशराज यादव बाराबंकी का रहने वाला है, वहीं राम रतन शर्मा बरेली निवासी है। पुलिस को इनके पास से नौ हजार के नकली नोट, एक स्कैनर, प्रिंटर, एक ई-रिक्शा, एक पेपर कटर, 3 मोबाइल 6 सिमकार्ड, 112 वर्क आधे बने नकली नोट और 3 कॉटेल टोनर कलर सिरिंज बरामद हुए हैं।
एसटीएफ की इंस्पेक्टर विजेंद्र शर्मा की टीम ने शनिवार पुलिस उपाधीक्षक सत्यसेन यादव के नेतृत्व में देर रात लखनऊ के चिनहट इलाके में छापे मारी की। यहां टेल्को इंडस्ट्री के पास धावा गांव से देशराज यादव और राम रतन शर्मा को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार अभियुक्त देशराज यादव ने पूछताछ में बताया कि वह इससे पूर्व एक कार्ड छापने वाली प्रिन्ट प्रेस में कार्ड की छपाई का कार्य करता था तथा उसमे कोरल का साफ्टेवयर इस्तेमाल करता था। कोरल के साफ्टवेयर में काम करने के कारण उसे नोट छापने का तरीका आया और वह एक वर्ष से इस प्रकार के नकली नोट छाप कर बाजारों में चला रहा है।
वह छोटे 100 व 50 के नकली नोट छापता था चूँकि यह बाजार में आसानी से चल जाते थे क्योंकि 100 व 50 के असली नोटों को लोग इनको ठीक से देखते भी नहीं थे, जिसके कारण उनके द्वारा बनाये गये नकली नोट आसानी से चल जाते थे। देशराज अब तक लगभग 9 लाख रूपये के नकली नोटों को छापकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में खपा चुका है।