नई दिल्ली। बैंकों का 9000 करोड़ रुपए लेकर भाग चुके शराब कारोबारी विजय माल्या ने बुधवार को ऐसा बयान दिया जिससे कांग्रेस को बैठे बिठाए भाजपा के खिलाफ संजीवनी मिल गई है। माल्या ने कहा कि वह भारत छोड़ने से पहले सेटलमेंट ऑफर लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिला था। माल्या ने कहा कि मैं जेटली से संसद में मिला था और उनसे कहा था कि मैं लंदन जा रहा हूं।
वहीँ, माल्या के इस बयान के बाद कांग्रेस ने भाजपा और अरुण जेटली पर हमला बोल दिया। कांग्रेस ने जेटली को ‘राजकोषीय कुप्रबंधन ब्लॉग मंत्री’ का तमगा देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी ‘लूट, स्कूट (भागने वाले) और विदेश में बसने वाली’ ब्रिगेड के लिए ‘दौरे, यात्रा और आप्रवासन’ की एजेंसी चला रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, “माल्या द्वारा उसके आराम से विदेश भागने से पहले ‘राजकोषीय कुप्रबंधन ब्लॉग मंत्री’ के साथ समझौता बैठक के खुलासे के बाद एक बात स्पष्ट हो गई है कि भाजपा ‘लूट, स्कूट और विदेश में बसने वाली’ ब्रिगेड के लिए ‘दौरे, यात्रा और आप्रवसन’ की एजेंसी चला रही है।”
भगोड़ा शराब कारोबारी करोड़ों रुपये के बैंक ऋण घोटाले में उसकी कथित भूमिका के बाद से भारत में वांछित है। उसने बुधवार को दावा किया कि उसने 2016 में भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात कर समझौते का प्रस्ताव दिया था।