लखनऊ। लखनऊ के रमाबाई आंबेडकर मैदान में एक आयोजित रैली में बोलते हुए सावित्री बाई फूले ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के खिलाफ साजिश रची जा रही है। आरक्षण को समाप्त करने की बात की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने से पहले शपथ ली थी कि भेदभाव नहीँ करेंगे लेकिन वो दलितों के साथ भेदभाव कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के खिलाफ बोलने वाले लोगों के खिलाफ प्रधानमंत्री क़ा कोई बयान नहीँ आया। न ही उनके खिलाफ कोई कार्यवाई हुई है। अगर संविधान के खिलाफ साजिश हो रही है तो बहुजन समाज, मुस्लिम समाज आंदोलन करेगा। फूले ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री कहते हैं हम चौकीदार हैं। अगर चौकीदार हैं तो कैसे लोग करोड़ो रुपए लेकर चले जा रहें ये चौकीदार नहीँ साझेदार हैं।
उन्होंने कहा कि लोकसभा व राज्यसभा के दोनों सदनों में जो हो रहा है, उससे कहीं न कहीं संविधान कमजोर हो रहा है। चाहे पिछड़े वर्ग के हितों का बिल हो या फिर लोकसभा में लम्बित पदोन्नति में आरक्षण बिल हो, कोई भी पार्टी इसे पास नहीं कराना चाहती। मुझे सांसद बने रहने व टिकट की कोई चिन्ता नहीं है, मुझे संविधान व आरक्षण को बचाने की चिंता है। उन्होंने कहा कि आरक्षण का विरोध करने वाले ब्राह्मण लोग हैं।
फूले ने कहा कि अपने समाज के लिये हमने अपना घर-बार छोड़ दिया है। अब हमारा एक ही लक्ष्य है कि दलित व पिछड़े वर्ग के लोगों को एकजुट करके उनके अधिकारों को उन्हें दिलाया जाये। उन्होंने बताया कि आज महारैली ने इतिहास लिखा, जिसमें पूरे देश से बाबा साहब के अनुआयियों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार दलित विरोधी है। भाजपा सांसद ने अपनी ही पार्टी पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए जमकर हमला बोला।