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अंडमान में शुरू परियोजनाएं कई क्षेत्रों के विकास में मददगार : मोदी

पोर्ट ब्लेयर, 30 दिसंबर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 2004 की सुनामी के बाद द्वीपों के पुनर्निर्माण में कार निकोबार के लोगों की भावना और कड़ी मेहनत के लिए उनकी सराहना की और कहा कि द्वीप वाले शहर में शुरू की गईं परियोजनाओं से कई क्षेत्रों के विकास में मदद मिलेगी। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह की दो दिवसीय यात्रा पर आए मोदी ने मस जेट्टी के पास तट सुरक्षा कार्य के लिए और कैम्पबेल बे जेट्टी के विस्तार की आधारशिला भी रखी।

एरोंग में एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का उद्घाटन करने के बाद, मोदी ने कहा, “आज कार निकोबार में, हमने कई विकास कार्यो का शिलान्यास और उद्घाटन किया। ये परियोजनाएं शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, कौशल विकास, परिवहन, ऊर्जा और खेल से संबंधित हैं, जो क्षेत्रों को विकसित करने के हिसाब से लंबे समय तक मददगार साबित होंगी।”

उन्होंने द्वीपसमूह के आदिवासी प्रमुखों और प्रख्यात खिलाड़ियों के साथ भी बातचीत की और कहा कि “आगामी आईटीआई से युवाओं को बहुत लाभ होगा।”

मोदी ने कहा, “सरकार खेल सुविधाएं तैयार कर रही है, जो केंद्र शासित प्रदेश में खेलों को लोकप्रिय बनाएगी और फिटनेस के स्तर को बढ़ावा देगी।” उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में और अधिक खेल सुविधाओं को जोड़ा जाएगा।

मोदी ने विकास की ओर बढ़ने और देश के किसी भी हिस्से को पीछे नहीं छोड़ने के अपनी सरकार के दृढ़ संकल्प को दोहराते हुए कहा कि इसका उद्देश्य दूरियों को कम करना और दिलों में निकटता की भावना पैदा करना है।

उन्होंने कहा कि एक बार समुद्र की दीवार निर्माण का काम पूरा हो जाने पर यह कार निकोबार द्वीप की रक्षा करने में मदद करेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के लोगों के जीवनस्तर में सुधार लाने के लिए काम कर रही है। उन्होंने द्वीपसमूह पर स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की भी बात कही।

उन्होंने कहा कि पर्यावरण और स्थानीय संस्कृति का संरक्षण करते हुए विकास कार्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

कृषि क्षेत्र में, प्रधानमंत्री ने कोपरा के समर्थन मूल्य में वृद्धि की बात की।

उन्होंने कहा कि सरकार मत्स्यपालन क्षेत्र में लगे लोगों को भी सशक्त बनाने की दिशा में काम कर रही है।

मोदी ने कहा, “हाल ही में देश में मत्स्य क्षेत्र को अधिक लाभदायक बनाने के लिए 7,000 करोड़ रुपये की राशि को मंजूरी दी गई है। देश के वे क्षेत्र जो समुद्र के पास हैं, हमारी नीली क्रांति के केंद्र बन सकते हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि समुद्री शैवाल की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है और मछुआरों को आधुनिक नौकाओं की खरीद के लिए वित्तीय सहायता मिल रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत सौर ऊर्जा के दोहन के लिए ठोस प्रयास कर रहा है।”

उन्होंने कहा, “समुद्र के निकटवर्ती क्षेत्रों में अक्षय ऊर्जा उत्पादन की जबरदस्त क्षमता है” और इस दिशा में कार निकोबार में किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि निकोबार द्वीप समूह और पास के मलक्का जलडमरूमध्य का यह पूरा क्षेत्र संसाधनों और सुरक्षा दोनों के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि इसे ध्यान में रखते हुए उपयुक्त परिवहन बुनियादी ढांचे का विकास किया जा रहा है।

 

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