लखनऊ। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले चुनाव आयोग ने शिवपाल यादव के हाथ में ‘चाबी’ थमा दी है। दरअसल, चुनाव आयोग ने शिवपाल यादव को चाबी चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। शिवपाल सिंह यादव ने इस पर चुनाव आयोग का आभार जताया है। इसी के साथ उन्होंने चुनाव चिन्ह ‘चाबी’ को जनआकांक्षा की उम्मीद और विकास की कुंजी बताया है। चुनाव चीभ मिलने के बाद उन्होंने तैयारियां को और पुख्ता करते हुए पार्टी की राज्य कार्यकारिणी पदाधिकारियों की सूची भी जारी कर दी थी।
शिवपाल कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने को तैयार हैं। हालांकि कांग्रेस से अभी खुलकर उन्हें संकेत नहीं मिला है। सपा और बसपा के गठबंधन को शिवपाल ने ‘ठगबंधन’ करार देते हुए कहा कि यह गठबंधन पैसों के लिए किया गया है। उन्होंने गठबंधन से पहले पैसों के लेन-देन का भी आरोप लगाया है।
शिवपाल ने कहा कि कांग्रेस भी एक सेक्युलर पार्टी है और अगर वह भाजपा को हराने के लिए हमसे संपर्क करती है तो हम उसका समर्थन करेंगे। शिवपाल ने कहा, “हमारे बिना कोई भी गठबंधन बीजेपी को हरा नहीं सकता है।”
शिवपाल ने कहा कि वर्ष 1993 में जब सपा-बसपा का गठबंधन हुआ था, उस वक्त दोनों ही पार्टियों पर कोई आरोप नहीं था और ना ही सीबीआई का कोई डर था। उन्होंने कहा कि आज तो सीबीआई का ही डर है। इस डर की वजह से यह गठबंधन हो रहा है।