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हाथ मलती रह गई पुलिस, अपहरणकर्ताओं ने दो मासूम बच्चों की बेरहमी से कर दी हत्या

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के सतना जिले से अगवा किए गए मासूम जुड़वा भाइयों की हत्या पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि आरोपियों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार को कहा कि इस हृदय विदारक घटना से मन व्यथित है। अपरोपियों को इस जघन्य कृत्य के लिए बख्शा नहीं जाएगा, आरोपियों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। उन्होंने बच्चों के पिता बृजेश रावत से फोन पर बात कर शोक संवेदना व्यक्त की और आश्वस्त किया कि इस घटना के आरोपियों को न केवल पकड़ा जाएगा बल्कि उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस घटना के मामले में कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि उत्तरप्रदेश सहित जितने सीमावर्ती क्षेत्र हैं इनमें निगरानीशुदा बदमाशों पर खासतौर से कड़ी निगरानी रखें। सीमाओं पर चेकिंग व्यवस्था सख्त हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश को अपराधियों का अड्डा नहीं बनने दिया जाएगा। कमलनाथ ने पुलिस प्रशासन को अपनी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने को कहा और शीघ्र अपराधियों को पकड़ने के निर्देश दिए।

बता दें कि सतना से अपहृत चित्रकूट के व्यवसायी के दो बच्चों के शव 12 दिन बाद रविवार को बांदा में यमुना नदी में मिले। अपहरणकर्ताओं ने पांच वर्षीय जुड़वा बेटों प्रियांश व श्रेयांश रावत की हत्या कर शव बांदा जिले के बबेरू थानान्तर्गत औगासी गांव के पास यमुना नदी में फेंक दिए थे। दोनों अपहृत बच्चों को ढूंढने में एमपी यूपी की 26 पुलिस टीम के साथ ही साथ एसटीएफ फेल रही। अपहरणकर्ता इतने क्रूर थे कि दोनों मासूम बच्चों के हाथ पैर रस्सी व जंजीर से बांधकर जिंदा मर्का थाना क्षेत्र के औगासी गांव से करीब तीन किलोमीटर दूर बाकल गांव के समीप देवी मंदिर के बगल से बह रही यमुना नदी में फेंक दिया था।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH