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इस नेता की रैली में थी इतनी जबरदस्त भीड़, देखकर कांप गई थीं इंदिरा, उठाना पड़ा था ये कदम

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव की तारीखें घोषित होते ही तमाम सियासी दल अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। आरोप-प्रत्यारोपों का दौर भी शुरू हो गया है। जहां राहुल गांधी पीएम मोदी पर निशाना साधने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं वहीँ मोदी पर राहुल गांधी को उन्ही की भाषा में जवाब दे रहे हैं। फिलहाल आज हम बात राहुल या मोदी की नहीं बल्कि देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की करने जा रहे हैं। आज हम आपको इंदिरा गांधी के साथ हुए ऐसे वाकये के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके बारे में आपने शायद पहले कभी न सुना हो। दरअसल ये बात है 1982 के उपचुनाव की। इस उपचुनाव ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के होश उड़ा दिए थे। इंदिरा गांधी का सामना कांग्रेस से बगावत करने वाले तत्कालीन गढ़वाल सांसद हेमवती नंदन बहुगुणा से था। बहुगुणा ने 1982 में पार्टी और संसद की सदस्यता दोनों ही छोड़ दी थी।

वैसे तो उस उपचुनाव में बहुगुणा के सामने बतौर कांग्रेस उम्मीदवार चंद्रमोहन सिंह नेगी खड़े थे लेकिन प्रतिष्ठा इंदिरा गांधी की दांव पर लगी थी। दरअसल, कांग्रेस छोड़कर निर्दलीय ताल ठोक रहे हेमवती नंदन बहुगुणा के समर्थन में पूरा पहाड़ ही चुनाव में खड़ा हो गया था। दून के ऐतिहासिक परेड ग्राउंड में बहुगुणा की चुनावी सभा हुई, तो इस कदर जनसैलाब उमड़ पड़ा कि पांव रखने के लिए जमीन तक नहीं बची। प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जो फीडबैक दिया, उसने उन्हें चौंका दिया था।

कहा तो ये भी जाता है कि बहुगुणा का भाषण सुनने के लिए इंदिरा गोपनीय ढंग से दून पहुंची थीं। परेड ग्राउंड के एक स्थान पर उनका हेलीकाप्टर उतरा था और वहीं से उन्होंने बहुगुणा का पूरा भाषण सुना था। इंदिरा गांधी के साथ सत्ता की ताकत थी तो बहुगुणा के पास था जन समर्थन। दोनों के बीच बेहद ही दिलचस्प जंग हुई जिसमें हेमवती नंदन बहुगुणा को जीत हासिल हुई। आपको बता दें कि बहुगुणा की दून रैली का ऐसा प्रभाव पड़ा कि इंदिरा गाँधी ने चुनाव में वहां एक रैली तक नहीं की। इस उपचुनाव में गढ़वाल के अन्य जिलों में बहुगुणा का प्रदर्शन शानदार रहा, लेकिन देहरादून के भीतर कांग्रेस से उन्हें कड़ी टक्कर मिली थी।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH