नई दिल्ली। दोबारा सत्ता पर काबिज हुई मोदी सरकार ने एक बड़ा फैसला कर डाला, जिसमें उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया है। मोदी सरकार ने ये फैसला उनकी सालों की मेहनत, तज़ुर्बे, योगदान और देश के लिए उनकी लगन को देखते हुए किया है।
उनकी इस पद की नियुक्ति पांच वर्ष के लिए की गयी है। अजीत डोभाल वो शेर हैं जो पकिस्तान जैसे देश में अपने देश की सुरक्षा के लिए 8 साल तक रहकर आये हैं। कुछ महीने पहले ही अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गयी है। अधिकारीयों की माने तो शौर्य को ये सुरक्षा संभावित खतरों के चलते दी गयी है।
एक रिपोर्ट में बताया गया है कि शौर्य को पिता के विरोधियों से खतरा है इसीलिए उन्हें ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी गयी है। अजीत डोभाल को अर्धसैनिक बलों द्वारा ‘जेड प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा दी गयी है। उन्हें करीब 4 साल पहले इस सुरक्षा कवर के तहत लाया गया था।