नई दिल्ली। मंगलवार को आसमान में ध्रुव तारे की तरह चमकने वाला भारतीय राजनीति का एक सितारा टूट गया। भारतीय राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाने वाली सुषमा स्वराज अब हमारे बीच नहीं रहीं। उनका 67 साल की उम्र में निधन हो गया। सुषमा स्वराज भारतीय राजनीति का ऐसा नाम है जिसकी विरोधी भी तारीफ़ करते हैं। संसद में उन्होंने ऐसे कई भाषण दिए हैं जिससे आज भी कई सांसद सीख लेते हैं।
निधन से कुछ घंटे पहले तक सुषमा स्वराज पूरी तरह ठीक थीं। उन्होंने कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के लेकर कई ट्वीट भी किए। इसके बाद उन्होंने देश के जानेमाने वकील हरीश साल्वे से बातचीत की। हरीश साल्वे वही वकील हैं जिन्होंने सुषमा के विदेश मंत्री रहते वक्त कुलभूषण मामले में हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत में भारत की ओर से पैरवी की थी। इस मुकदमे की पैरवी के लिए हरीश साल्वे ने कोई फीस नहीं ली थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, हरीश साल्वे की सुषमा के निधन से करीब एक घंटा पहले ही बात हुई थी। साल्वे ने कहा कि उन्होंने 8:50 बजे उनसे बात की। वह बहुत ही भावनात्मक बातचीत थी। उन्होंने कहा कि आपको मिलने आना होगा। आपने जो केस जीता है उसके लिए आपको मुझे आपका एक रूपया देना है। मैंने कहा कि निश्चित तौर पर मैं आऊंगा और अपना बेशकीमती फीस ले जाऊंगा। उन्होंने कहा कि कल शाम 6 बजे आइए।