नई दिल्ली। पूर्व विदेशमंत्री और भारतीय जनता पार्टी की नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार की देर रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वह 67 वर्ष की थीं। सुषमा स्वराज के निधन से हर कोई दुखी है। पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राहुल गांधी समेत देश-दुनिया के नेताओं ने उनके निधन पर शोक जताया है। सुषमा स्वराज के निधन पर दिल्ली सरकार ने राज्य में दो दिनों का राजकीय शोक का एलान किया है। बता दें कि सुषमा स्वराज ने मंगलवार को तबीयत बिगड़ने से कुछ ही देर पहले अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने पर ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को बधाई दी थी।
सुषमा स्वराज का राजनीतिक जीवन:
सुषमा स्वराज ने देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में खूब नाम कमाया। वहीं, अपने हुनर के दम पर हरियाणा और देश को उन पर गर्व हैं। उन्होंने वकालत से लेकर विदेश मंत्री तक का सफर तय किया। वह जितना अपने सौम्य स्वभाव के लिए जानी जाती थीं, उतना ही अपने बुलंद हौसलों और बेबाकी के लिए भी जानी जाती थीं।
सुषमा स्वराज देश की पहली ऐसी महिला थीं, जो विदेश मंत्री बनी थीं। हालांकि, इसके अलावा भी उनके नाम पर कई उपलब्धियां दर्ज हैं। वह महज 25 वर्ष की उम्र में हरियाणा सरकार में सबसे युवा कैबिनेट मंत्री भी बनी थीं। इसके अलावा दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और देश में किसी राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता बनने की उपलब्धि भी उन्हीं के नाम दर्ज है। सुषमा स्वराज 2 बार विधान सभा के सदस्य के रूप में, 4 बार लोकसभा और 3 बार राज्यसभा सदस्य के रूप में निर्वाचित हुई थीं।
सुषमा स्वराज का पारिवारिक जीवन:
सुषमा स्वराज का जन्म हरियाणा के अंबाला कैंट में 14 फरवरी 1952 को हुआ था। सुषमा स्वराज ने अंबाला छावनी के एसएसडी कॉलेज से बीए की पढ़ाई करने के बाद, चडीगढ़ से कानून की डिग्री हासिल की। सुषमा स्वराज की शादी स्वराज कौशल से 14 फरवरी 1975 को हुई थी। स्वराज कौशल सुप्रीम कोर्ट में आपराधिक मामलों के वरिष्ठ वकील हैं। वह 1990 से 1993 तक मिजोरम के राज्यपाल भी रह चुके हैं। साथ ही, 1998-2004 के बीच राज्यसभा सदस्य भी रहे। स्वराज कौशल अभी तक सबसे कम आयु में राज्यपाल बनने वाले शख्स हैं।