नई दिल्ली। एक कहावत है, जाके राखो सइयां, मार सके न कोए। कुछ ऐसी ही घटना पेश आई फिरोजाबाद में में तैनात एक पुलिस वाले के साथ। फिरोजाबाद की गोलीबारी में गोली एक पुलिस वाले को भी लगी। खबर है कि गोली सीधे बुलेट प्रूफ जैकेट को भेद गई, लेकिन गोली जेब में रखे पर्स में फंस गई। शायद अगर पर्स न होता तो गोली सीधे सीने में घुस जाती।
दरअसल, फिरोजाबाद में कांस्टबेल बिजेन्द्र कुमार CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान ड्यूटी पर तैनात थे और उन्होंने सुरक्षा के लिए बुलेटप्रूफ जैकेट पहन रखी थी। इस दौरान उन्होंने अपना पर्स शर्ट की पॉकेट में रखा था, तभी उन्हें सीने पर गोली लगी। गोली की रफ्तार इतनी तेज थी कि उनकी बुलेटप्रूफ जैकेट फट गई, इसके बाद बुलेट प्रुफ जैकेट के नीचे पहनी गई शर्ट भी फट गई और गोली शर्ट के पॉकेट में रखे पर्स में जाकर फंस गई। जिससे उनकी जान बच गई। कॉन्स्टेबल को गोली लगने की जानकारी करीब 15 घंटे बाद वर्दी उतारने पर हो सकी। पर्स में गोली फंसी देख सिपाही दंग रह गया। शनिवार को उसने डीएम और एसएसपी को घटना की जानकारी दी।
विजेंदर ने वॉलिट जैकेट की ऊपर वाली जेब में रखा हुआ था जिससे उनकी जान बच गई। अगर सिक्के नहीं होते तो गोली छाती में जा लगती. विजेंदर कुमार ने कहा कि यह मेरा दूसरा जीवन है और मैं भगवान का शुक्रगुजार हूं। इस दौरान उनके साथी को पैर में गोली लग गई और वह अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि भारी पथराव और फायरिंग के बीच मुझे हिंसक भीड़ को रोकना था। इसी दौरान एक गोली मेरे सीने की तरफ आयी। मेरी बुलेटप्रूफ जैकेट तो इससे नहीं बचा पाई लेकिन मेरे वॉलिट जिसमें मैंने भगवान शिव की तस्वीर और कुछ सिक्के रखे थे उसने बचा लिया।