नई दिल्ली। राजस्थान के भरतपुर के सेना के जवान सौरभ कटारा जम्मू कश्मीर में हुए बम ब्लास्ट में शहीद हो गए। 22 वर्षीय सौरभ कटारा आर्मी की 28 राष्ट्रीय राइफल में तैनात थे और उसकी ड्यूटी जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में थी। शहीद सौरभ कटारा की शादी 8 दिसंबर को ही हुई थी और शादी के बाद वह 14 दिसंबर को वापस अपनी ड्यूटी के लिए कुपवाड़ा चले गए थे। 25 दिसंबर को ही सौरभ कटारा का जन्मदिन था जहां उनके परिजन और पत्नी उनका जन्मदिन मनाने की तैयारी कर ही रहे थे। जैसे ही सौरभ के परिजनों और पत्नी को उनकी शहाहदत की खबर मिली मानों उनपर दुखों का पहाड़ सा टूट गया। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।
राजस्थन के भरतपुर के जवान सौरभ कटारा जम्मू कश्मीर में हुए बम ब्लास्ट में शहीद हो गए। भरतपुर के बरौली ब्राह्मण गांव के सौरभ की 8 दिसंबर को ही शादी हुई थी और 14 दिसम्बर को ही वापस डयूटी पर लौटे थे। बुधवार को उनका जन्मदिन भी था, लेकिन जन्मदिन से एक दिन पहले ही वे शहीद हो गए। उनकी पार्थिव देह गुरूवार को उनके पैतृक गांव पहुंचने की सम्भावना है। राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी ने सौरभ की शहादत को सलाम किया है।
सौरभ का तीन साल पहले सेना में चालक पद पर चयन हुआ था। पिछले माह 23 नवम्बर को सौरभ की बहन की शादी थी और सौरभ और उसके बड़े भाई गौरव की गत 8 दिसंबर को शादी हुई थी। शादी के बाद सौरभ गत 14 दिसंबर को वापस ड्यूटी पर कुपवाड़ा लौट गए थे। सोमवार रात ड्यूटी के दौरान हुए बम विस्फोट में सौरभ और उसका साथी जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इन्हें सेना के अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान मंगलवार तड़के करीब 3 बजे दोनों ने दम तोड़ दिया। सौरभ का 25 दिसंबर को जन्मदिन भी था। शहीद सौरभ के पिता नरेश सेना से हवलदार के पद से सेवानिवृत हुए हैं वही बडा बड़ा भाई खेतीबाड़ी करता है। जबकि छोटा बीकानेर से एमबीबीएस कर रहा है। घटना के बाद से गांव में गमी का माहौल है।