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दुनिया ने माना भारतीय पद्धति का लोहा, कोरोना से बचने को अब फ्रांस के राष्ट्रपति भी कर रहे नमस्ते

नई दिल्ली। चीन के वुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस से दुनिया के 90 से ज्यादा देशों के करीब 1 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। वहीँ इस वायरस से अभी तक 3500 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन से बाहर कोरोना से 414 लोगों की मौत हुई है। भारत में भी लोग कोरोना वायरस की वजह से दहशत में हैं। एहतियातन बहुत से लोग अस्पतालों के चक्कर काट रहे हैं। डॉक्टरों का मानना है कि यह वायरस लोगों के संपर्क में आने के कारण होता है। यही वजह है कि अब लोग हाथ मिलाने की जगह भारतीय पद्धति नमस्ते से एक-दूसरे का अभिवादन कर रहे हैं।

सबसे पहले इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अपने देश के लोगों को नमस्ते के जरिए एक-दूसरे के अभिवादन करने की सलाह दी थी। वहीं, अब फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन ने भी नमस्ते कर अभिवादन करने का फैसला किया है। भारत में मौजूद फ्रांसीसी राजदूत इमैनुएल लेनिन ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।

इससे पहले कोरोना वायरस को लेकर समीक्षा बैठक के बाद नेतन्याहू मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा था कि कोरोना वायरस से रोकथाम के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हमारी सरकार लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुई है। इस दौरान उन्होंने कोरोना से बचने के उपाय का जिक्र करते हुए कहा था कि हम भारत के अभिवादन की पद्धति नमस्ते को अपनाएं और हाथ मिलाने से बचें।

नेतन्याहू के इस सलाह पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने भी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘हमारी हर परम्परा में विज्ञान है, तभी तो भारत महान है।’

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH