नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर से शुरू हुआ कोरोना वायरस पूरी दुनिया में कहर बरपा रहा रहा है। चीन के बाद इस वायरस ने इटली में सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। इटली में रोज़ाना सैकड़ों लोग इस वायरस की चपेट में आकर अपनी जान गंवा रहे हैं। वहीँ भारत में भी ये वायरस तेज़ी से अपने पैर पसार रहा है लेकिन यहां पर अभी काफी कम लोगों की मौत इस वायरस से हुई है।
कोरोना वायरस की इस दहशत के बीच एक अच्छी ख़बर राजस्थान से है जहां कोरोना वायरस पीड़ित तीसरा मरीज़ भी ठीक हो गया है। ये 85 साल के एक बुज़ुर्ग हैं जिनका इलाज जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में हुआ है। ये किडनी फेल्योर के मरीज़ हैं और उनकी ताज़ा रिपोर्ट नेगेटिव आई है। इससे पहले कोरोना वायरस से पीड़ित इटली के दो नागरिकों का भी इलाज वहां कामयाब रहा है।
कोरोना की कमर तोड़ने वाला जयपुर का सवाई मान सिंह अस्पताल रातों-रात दुनिया भर में मशहूर हो गया। अस्पताल के डॉक्टरों ने जिन दवाओं के जरिए इन मरीजों का इलाज किया, उसकी जानकारी के लिए दुनिया भर के डॉक्टर एसएमएस अस्पताल से संपर्क कर रहे हैं। दरअसल डॉक्टरों ने कोरोना पोजिटिव मरीजों को स्वाइन फ्लू, मलेरिया और एचआईवी की दवाएं दी और उनका यह प्रयोग कामयाब हो गया। डॉक्टर डॉ प्रकाश केसवानी ने सवाई मान सिंह कॉलेज के प्राचार्य डॉ सुधीर भंडारी के मिलकर मरीजों को बचाने की मुहिम छेड़ी और आखिरकार वो रंग लाई।
सवाई मान सिंह अस्पताल के इन डॉक्टरों ने इटली के दो मरीजों को के साथ जयपुर के एक मरीज को भी कोरोना वायरस से आजाद कर दिया। जयपुर में 85 साल के एक बुजुर्ग इलाज के बाद ठीक हो गए, वहीं इटली के रहने वाली 70 साल की बुजुर्ग महिला और 69 साल के बुजुर्ग इलाज के बाद ठीक हो गए हैं। सवाई मान सिंह अस्पताल की तरह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में डॉक्टर कोरोना से लगातार जंग जीत रहे हैं। सफदरजंग अस्पताल से अबतक कोरोना से पीड़ित 8 मरीज पूरी तरह ठीक हो चुके हैं तो केरल में भी डॉक्टरों ने कोरोना के तीन मरीजों को इस महामारी से मुक्त कर दिया।