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रूप बदलकर चीन में एक बार फिर ज़िंदा हुआ कोरोना, अब खात्मा करना होगा मुश्किल, चीन के उड़े होश

नई दिल्ली। चीन के वुआन शहर से शुरू होने वाला कोरोना वायरस अब दुनिया के सैकड़ों देशों में अपना तांडव मचा रहा है। इस वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका और इटली जैसे विकसित देश है। जहां ये वायरस अमेरिका और इटली में तबाही मचा रहा है तो कहा जा रहा है कि चीन में अब इस वायरस का अंत हो गया है। वहां मॉल और सिनेमाघर पहले की ही तरह फिर से खुल गए हैं। लेकिन एक नई खबर ने चीन के होश उड़ा दिए है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना ने चीन में नया रूप धारण कर लिया है और वह ज्‍यादा खतरनाक बनकर फिर लौटा है।

चीन के हुबेई प्रांत में कोरोना एक बार फिर जिंदा होकर लौटा है, जिसको ड्रैगन पूरी तरह से खत्‍म होने का दावा कर रहा था। रिपोर्ट के अनुसार, यह नया कोरोना पुराने कोरोना से भी कहीं ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि इस नए कोरोना का कोई लक्षण ही नहीं है। इसका मतलब सीधा यह है कि इसके शिकार को पता भी नहीं चलता और वह धीरे-धीरे मौत के मुंह में चला जाता है।

चीन का दावा था कि उसने अपने देश से कोरोना को खत्‍म कर दिया है, लेकिन नए कोरोना के 1541 मामले सामने आने के बाद उसके भी हाथ-पांव फूल गए हैं। महामारी विज्ञान के विशेषज्ञ एंटोनी फ्लैहॉल्ट का मानना है कि ये तो अभी कोरोना का पहला ही चरण है। अभी इसके और फेज बाकी हैं। एक तरफ जहां दुनिया अभी कोरोना के पहले फेज से गुजर रही है, वहीं चीन में इसका दूसरा चरण शुरू हो चुका है।

अभी तक जो कोरोना दुनिया में फैला है, उसके लक्षण के आधार पर ही उसके मरीजों की पहचान की जा रही है। कोरोना के मरीज सर्दी, खांसी, गला खराब, बुखार सांस लेने में तकलीफ की समस्‍या बताते हैं और फिर इसको आधार मानते हुए उनकी जांच की जाती है, लेकिन इस नए कोरोना के संक्रमण का कोई लक्षण ही नहीं है, इसीलिए इसे एसिम्टोमैटिक केस कहा जा रहा है।

क्‍या है एसिम्टोमैटिक केस

इसका मतलब यह है कि नए कोरोना में मरीज को बीमारी के कोई लक्षण नज़र नहीं आएंगे। मतलब इसकी जानकारी ना तो खुद उस शख्स को होगी और ना ही बिना टेस्ट के कोई डॉक्टर इसका पता लगा पाएगा। यही नहीं टेम्प्रेचर चेक करने वाली मशीन भी इस संक्रमित मरीजों को पकड़ तक नहीं पाएगी।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH