रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां घर लौटने की जद्दोजहद में 12 साल की बच्ची ने कई किलोमीटर पैदल चलने के बाद दम तोड़ दिया। सूत्रों के अनुसार, बीजापुर के कई लोग तेलंगाना मिर्ची तोड़ने गए थे। 21 दिनों के लॉकडाउन के कारण उन्हें वहीं रुकना पड़ा। बीजापुर जिले के ग्राम आदेड़ की 12 साल की कुमारी जमलो मड़कम भी गांव वालों के साथ तेलंगाना गई थी।
15 अप्रैल को जमलो उसके साथ खेतों में काम करने वाले अन्य 11 लोगों के साथ पैदल ही 150 किलोमीटर दूर अपने घर के लिए निकल पड़ी। समूह हाइवे छोड़ जंगल के रास्ते लौटा और वे लगातार तीन दिन चलते रहे। शनिवार दोपहर तक जमलो अपने घर से मात्र 14 किलोमीटर दूर थी, लेकिन तभी उसके पेट में अचानक से तेज दर्ज उठा और उसकी मौत हो गई।
डॉक्टर्स ने बताया कि जमलो बुरी तरह से डिहाइड्रेटेड और कुपोषित थी। डॉक्टर्स ने उसके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन और अत्यधिक थकावट को मौत का कारण बताया गया है।
उधर, मुख्यमंत्री बघेल ने जमलो की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने गहरी संवेदना प्रकट करते हुए तात्कालिक सहायता के रूप में कुमारी मड़कम के परिवारजनों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से एक लाख रुपये की सहायता राशि स्वीकृत की है। उन्होंने बीजापुर के कलेक्टर से चर्चा उपरांत मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान कोष से चार लाख रुपये की अतिरिक्त स्वीकृति दी। इस प्रकार कुमारी मड़कम के परिवारजनों को कुल पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता मंजूर की गई है।