आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में दो छात्र पहले तो लड़कियां बनकर ऑनलाइन क्लासेज में शामिल हुए। इसके बाद टीचर को गाली देते हुए कई पोर्न वीडियो ग्रुप में भेज दिए। टीचर भी इन्हें लड़कियां समझती रहीं और जानकारी प्रिंसिपल को दी। प्रिंसिपल उन दोनों लड़कियों के माता-पिता को बुलाया गया, लेकिन उन्हें जो बात पता चली उससे उनके पैरों तले जमीन खिंसक गई। लड़कियों के माता पिता ने कहा कि लड़कियां पिछले 15 दिनों से शहर में नहीं थीं और उनके पास फोन की सुविधा भी नहीं थी। बाद में पुलिस ने जाँच की तो मामले का खुलासा हुआ। पता चला कि ये काम क्लास के ही लड़कों का है।
ये छात्र आजमगढ़ में स्थित अंग्रेजी माध्यम के एक निजी स्कूल से ताल्लुक रखते हैं और अनुपस्थित दो छात्राओं का परिचय देकर ये दोनों 12वीं कक्षा के ऑनलाइन क्लासेज में शामिल हुए थे।
पुलिस के अनुसार, एक निजी स्कूल की टीचर ने उन्हें बताया कि 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को व्हाट्स एप के माध्यम से अंग्रेजी पढ़ाती हैं। शुक्रवार सुबह दो छात्राओं ने उन्हें मैसेज भेजकर ग्रुप में एड करने को कहा किया, जिसके बाद उन्हें एड कर लिया गया।
टीचर ने अपनी शिकायत में कहा, “जब उन्हें एड किया गया, तो उनमें से एक ने भद्दे मैसेज किए। जब मैंने उन्हें डांटा तो दूसरे ने पॉर्न क्लिप भेजा। ये दोनों लगातार अश्लील टिप्पणियां करने लगे। मैंने ग्रुप छोड़ दिया और प्रिंसिपल को इस मामले की सूचना दी।”
स्कूल प्रशासन की तरफ से उन दोनों लड़कियों के माता-पिता को बुलाया गया, लेकिन उन्होंने कहा कि लड़कियां पिछले 15 दिनों से शहर में नहीं थीं और उनके पास फोन की सुविधा भी नहीं थी।
इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने कहा, “हमने सर्विलांस की मदद से 10वीं कक्षा के दो छात्रों के लोकेशन का पता लगाया और हमें मालूम चला कि दोनों उसी क्लास से हैं।”दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के बाद उन्हें किशोर सुधार गृह भेज दिया गया।