अमरावती। आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक भिखारी के पास से दो लाख से ज्यादा रु मिले हैं। इनमें से 77 हजार रु ऐसे हैं जो नोटबंदी के बाद बंद हो गए थे। द्रोणाचलम सेवा समिति के सदस्यों ने सोमवार को उसके बाल कटवाकर स्नान कराया और उसे नए कपड़े भी दिए।
समिति के सदस्य ए. मधु के अनुसार इस 58 वर्षीय भिखारी के पास 14 शर्ट की जेब में करेंसी नोटों के बंडल थे। एनजीओ ने स्थानीय पुलिस को भिखारी के पास मिले पैसों की जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि चिन्ना नरसिम्हुलु उर्फ सीनू तेलंगाना के पास महबूबनगर में मुनप्पगुट्टा कॉलोनी का मूल निवासी है।
उसने पुलिस को बताया कि वह लगभग 24 साल पहले परिवार से बिछड़ गया था। उसकी पत्नी और बेटी जो कि उस समय सिर्फ आठ महीने की थी, काम के लिए बेंगलुरू चली गई थी। धोन में 16 साल से भीख मांग रहे सीनू ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी बेटी के लिए ये पैसे इस उम्मीद में बचाए थे कि वह एक दिन उससे मिलेगी। पुलिस अधिकारी ने उसे कडप्पा में एक वृद्धाश्रम में भेज दिया है।